Edited By Anjna,Updated: 26 Mar, 2019 08:41 AM
सिविल अस्पताल को शायद किसी की नजर लग गई है और अस्पताल में कोई न कोई समस्या स्थायी तौर पर रहने लगी है। दरअसल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में काफी साल पहले एक लैंडलाइन नंबर लगा हुआ करता था।
जालंधर(शौरी): सिविल अस्पताल को शायद किसी की नजर लग गई है और अस्पताल में कोई न कोई समस्या स्थायी तौर पर रहने लगी है। दरअसल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में काफी साल पहले एक लैंडलाइन नंबर लगा हुआ करता था। उक्त नंबर पर लोग एमरजैंसी सेवाओं के बारे में जानकारी हासिल कर लेते थे लेकिन कुछ स्टाफ ने उक्त लैंडलाइन नंबर का दुरुपयोग करना शुरू किया तथा अपने परिजनों व दोस्तों से लम्बी-लम्बी बातें करने लगे। परिणामस्वरूप लाखों का बिल आने पर बी.एस.एन.एल. ने कनैक्शन काट दिया।
आखिरकार कुछ माह पहले नए आदेश लागू हुए और एक सस्ते से मोबाइल पर प्रीपेड सिम डालकर एमरजैंसी वार्ड में रख दिया गया तथा उक्त नंबर पब्लिक को जारी किया लेकिन काफी दुख की बात है कि प्रीपेड सिम में भी रिचार्ज न करवाने पर कम्पनी ने नंबर बंद कर दिया। डाक्टरों का कहना है कि मैडीकल सुपरिंटैंडैंट ऑफिस में इस बारे बताया जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मुझे किसी ने बताया ही नहीं : एम.एस
वहीं सिविल अस्पताल की मैडीकल सुपरिटैंडैंट (एम.एस.) डा. जसमीत बावा का कहना है कि अब मामले की जानकारी मिलने के बाद क्लर्क की ड्यूटी लगा दी है ताकि फोन को चालू किया जा सके।