Edited By Vatika,Updated: 15 Apr, 2019 11:36 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जलियांवाला बाग शताब्दी समारोह कांग्रेस सरकार द्वारा अमृतसर में आयोजित किया गया था परन्तु प्रधानमंत्री के इशारों पर केन्द्र सरकार ने...
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जलियांवाला बाग शताब्दी समारोह कांग्रेस सरकार द्वारा अमृतसर में आयोजित किया गया था परन्तु प्रधानमंत्री के इशारों पर केन्द्र सरकार ने कांग्रेस सरकार के कार्यक्रम के समानांतर अपना कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार को चाहिए था कि वह पंजाब सरकार के जलियांवाला बाग में शताब्दी समारोह को समर्थन करती परन्तु उन्होंने अपना अलग से कार्यक्रम रख लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में वह कई बार प्रधानमंत्री से मिले तथा उन्होंने जलियांवाला बाग शताब्दी समारोह के लिए केन्द्रीय सहायता मांगी परन्तु केन्द्र ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके विपरीत मोदी ने इस मामले में भी राजनीति करते हुए लोकसभा चुनाव को देखते अपना कार्यक्रम रख लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं जलियांवाला बाग ट्रस्ट के चेयरमैन हैं तथा उन्हें कांग्रेस सरकार के शताब्दी समारोहों के समानांतर अलग कार्यक्रम नहीं करवाना चाहिए था। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह बार-बार पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले की घटना से सियासी लाभ उठाना चाहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तानाशाही तरीके से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपने पिछले 5 वर्षों में तानाशाही ढंग से ही केन्द्र सरकार को चलाने का यत्न किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदाताओं को लुभाने के लिए देश के प्रधानमंत्री को इतने निम्र स्तर पर आकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री को शहीदों के नाम पर वोटें नहीं मांगनी चाहिए परन्तु प्रधानमंत्री रोजाना बालाकोट में किए हवाई हमले के नाम पर मतदाताओं से वोटें मांग रहे हैं। इसके बावजूद केन्द्रीय चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री की तरफ आंखें मूंदी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने अपनी ओछी राजनीति के तहत जलियांवाला बाग शताब्दी समारोहों को भी नहीं छोड़ा। पंजाब सरकार ने अपने समारोहों बारे फैसला एक महीने पहले लिया था, उस समय तो केन्द्र सरकार ने कोई मदद नहीं की और न ही अमृतसर में कार्यक्रम करने का ऐलान किया था परन्तु चुनावों को देखते हुए अचानक उन्हें कार्यक्रम आयोजित करने की याद आ गई। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसके बावजूद जरूरी प्रोटोकॉल की पालना की तथा उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू के आगमन को देखते हुए अपने कैबिनेट मंत्री ओ.पी. सोनी को उनके साथ भेजा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने चंडीगढ़ में जलियांवाला बाग के शहीदों के कार्यक्रम में भाग लेना था इसलिए वह अमृतसर में जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद चंडीगढ़ चले गए थे परन्तु रा’य सरकार ने अपनी तरफ से पूरी तरह सरकारी प्रोटोकॉल की पालना की।