Edited By swetha,Updated: 20 Feb, 2019 09:47 AM
पंजाब सरकार द्वारा लोगों को नशामुक्त करने के लिए शेखे पिंड में स्थापित किए गए ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक व नशा मुक्ति पुनर्वास केन्द्र का स्टाफ इन दिनों नशेडियों की धमकियों से सहमा पड़ा है।
जालंधर(स.ह): पंजाब सरकार द्वारा लोगों को नशामुक्त करने के लिए शेखे पिंड में स्थापित किए गए ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक व नशा मुक्ति पुनर्वास केन्द्र का स्टाफ इन दिनों नशेडियों की धमकियों से सहमा पड़ा है। स्टाफ को लगातार धमकियां मिल रही हैं और पुलिस को शिकायत देने पर भी कोई कार्रवाई न नर्सिंग स्टाफ सुमित साहिल ने बताया कि नशा करने वाले मरीजों को यहां ओ.डी.पी. में फ्री में दवाई दी जाती है और सुबह 9 बजे से लेकर 3 बजे दोपहर तक दवाई देने का टाइम फिक्स है, लेकिन कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के युवक 3 बजे के बाद भी जबरदस्ती दवाई मांगते हैं और स्टाफ से विवाद तथा उन्हें बाहर देख लेने की धमकियां तक देते हैं। साहिल ने बताया कि जीभ के नीचे रखी जाने वाली गोली जोकि नशा छोड़ने में मदद करती है, उसे पाने के लिए नशेड़ी किसी भी हद तक चले जाते हैं।
प्राइवेट सुरक्षा कर्मचारियों को भी डरा देते हैं नशेड़ी
क्लीनिक की सुरक्षा प्राइवेट कर्मचारियों के हवाले है जिनके साथ नशेड़ी आमतौर पर विवाद कर उन्हें डरा देते हैं, जबकि पहले पुलिस जवान सुरक्षा करते थे और वे नशेडिय़ों को विवाद करने से रोकते थे। साहिल के मुताबिक पुलिस के जवानों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए नहीं तो स्टाफ का कोई नुक्सान भी हो सकता है। इसके साथ ही थाना-8 की पुलिस को शिकायत देने के बाद उलटा जवाब मिलता है कि उनके पास पहले ही पुलिस फोर्स कम है।
पक्के तौर पर लगाई है पी.सी.आर. टीम
इस संबंधी बात करने पर थाना-8 के एस.एच.ओ. रूपिंद्र सिंह का कहना है कि हमारी पी.सी.आर. टीम पक्के तौर पर वहां लगाई गई है, किसी स्टाफ मैंबर को किसी प्रकार की अनहोनी घटना का शिकार नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस स्टाफ की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।