Edited By Vatika,Updated: 05 Jul, 2019 10:58 AM
जालंधर सिटी से जैजों-दोआबा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से वीरवार शाम करीब 5.30 बजे उतरते समय बुजुर्ग रेल लाइनों में जा गिरा। गिरते ही ट्रेन का पहिया बुजुर्ग की बाजू के ऊपर से गुजर गया और बाजू धड़ से अलग हो गई।
जालंधर(गुलशन) : जालंधर सिटी से जैजों-दोआबा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से वीरवार शाम करीब 5.30 बजे उतरते समय बुजुर्ग रेल लाइनों में जा गिरा। गिरते ही ट्रेन का पहिया बुजुर्ग की बाजू के ऊपर से गुजर गया और बाजू धड़ से अलग हो गई। ट्रेन के गार्ड एन.के. शर्मा ने तुरंत एमरजैंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी और यात्रियों की सहायता से बुजुर्ग को रेल लाइन से बाहर निकाला। गार्ड द्वारा बुजुर्ग को प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन फिर भी यात्री खून से लथपथ हो गया।
घायल व्यक्ति की पहचान अशोक कुमार (61) पुत्र रामप्रकाश निवासी सैदां गेट के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही आर.पी.एफ. के ए.एस.आई. बिशम्भर दास, डिप्टी एस.एस. सर्बजीत सिंह मौके पर पहुंचे और 108 एम्बुलैंस को सूचित किया। आर.पी.एफ. कर्मियों ने बताया कि यात्रियों के मुताबिक अशोक कुमार पैसेंजर ट्रेन में जादू टोने-टोटके वाले एक मियां जी की पब्लिसिटी के लिए यात्रियों को कार्ड बांट रहा था। इस दौरान ट्रेन चल पड़ी। उसने चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास किया तो वह सीधा रेल लाइन में जा गिरा। बड़ी बात यह रही कि खून से लथपथ प्लेटफार्म पर पड़े बुजुर्ग ने खुद ही अपने मोबाइल से अपने परिजनों का नंबर मिलाया। उसने पुलिस को बताया कि जालंधर में वह अकेला ही रहता है और उसका परिवार अमृतसर में है। पुलिस ने घटना की सूचना उसके परिजनों तक पहुंचा दी है। उसे 108 एम्बुलैंस से सिविल अस्पताल भेज दिया गया। इसी चक्कर में ट्रेन करीब पौना घंटा देरी से नवांशहर के लिए रवाना हुई।
एम्बुलैंस के इंतजार में आधा घंटा प्लेटफार्म पर पड़ा रहा बुजुर्ग
करीब 5.30 बजे घटना हुई। 5 मिनट बाद आर.पी.एफ. मौके पर पहुंची और 108 एम्बुलैंस को सूचित किया। एम्बुलैंस करीब 20 मिनट बाद स्टेशन पर पहुंची। स्टाफ को स्ट्रेचर लेकर रेल लाइनें पार करके प्लेटफार्म पर पहुंचने में 10 मिनट और लग गए। इस दौरान कटी हुई बाजू के साथ खून से लथपथ बुजुर्ग प्लेटफार्म पर आधा घंटा पड़ा रहा जिसे बाद में स्ट्रेचर पर डालकर 5 नंबर प्लेटफार्म की लाइनें क्रॉस करके पार्सल वाले गेट से बाहर लाकर एम्बुलैंस में डाला गया।
फिर जी.आर.पी. के इंतजार में खड़ी रही एम्बुलैंस
108 के स्टाफ ने बुजुर्ग को एम्बुलैंस में डाल लिया लेकिन हद तो तब हो गई जब जी.आर.पी. का कोई भी मुलाजिम मौके पर नहीं पहुंचा। एम्बुलैंस स्टाफ जी.आर.पी. कर्मी को साथ ले जाने के चक्कर में 10 मिनट इंतजार करता रहा। इस दौरान वहां खड़े यात्रियों का कहना था कि जिस प्रकार मरीज को अस्पताल ले जाने में देरी की जा रही है ऐसे में उसकी मौत भी हो सकती है क्योंकि उसका काफी खून बह चुका है। जी.आर.पी. मुलाजिम आने के बाद एम्बुलैंस रवाना हुई।