Edited By Bhupinder Ratta,Updated: 08 Apr, 2020 09:25 AM
जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय पर उठाए गए एहतियात के कदमों के कारण ही शायद जिले में कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों की संख्या अभी स्थिर है।
जालंधर(रत्ता): जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय पर उठाए गए एहतियात के कदमों के कारण ही शायद जिले में कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों की संख्या अभी स्थिर है। स्वास्थ्य विभाग को मंगलवार रात तक अमृतसर मैडीकल कॉलेज से जो रिपोर्ट प्राप्त हुई, उसके अनुसार सिविल अस्पताल में दाखिल हुए कोरोना वायरस के जिन संदिग्ध रोगियों की रिपोर्ट का इंतजार था, उनमें से 5 और रोगियों की रिपोर्ट नैगेटिव आई है लेकिन 5 संदिग्ध रोगियों के सैम्पल ठीक न होने के कारण उनके सैम्पल दोबारा लिए जाएंगे।
रोगियों का मनोबल भी बढ़ा रहे हैं सिविल अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ
कोरोना वायरस का नाम सुनते ही जहां सबके होश उड़ जाते हैं ऐसे में कोरोना वायरस के शक में जो रोगी अस्पताल में दाखिल होते होंगे, उनका क्या हाल होता होगा यह सब जानते हैं। कोरोना वायरस के दहशत भरे इस माहौल में सिविल अस्पताल में डाक्टर्ज, पैरामैडीकल स्टाफ व दर्जा चार कर्मचारी पूरी तरह डटे हुए हैं। अस्पताल के ट्रोमा एवं आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर डाक्टर्ज तथा पैरामैडीकल स्टाफ जहां रोगियों का इलाज कर रहे हैं, वहीं उनसे सकारात्मक बातें करते हुए उनका मनोबल भी बढ़ाते रहते हैं।अस्पताल प्रशासन ने तो अब वार्ड में दाखिल रोगियों की काऊंसङ्क्षलग करने व उनका मनोबल बढ़ाने के लिए काऊंसलर्ज की नियमित तौर पर ड्यूटी भी लगा दी है।
40 रोगियों की रिपोर्ट का इंतजार
उधर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए अब तक 190 सैम्पल लिए गए हैं जिनमें से 145 की रिपोर्ट नैगेटिव तथा 5 की रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है तथा विभाग को अभी 40 सैम्पल की रिपोर्ट का इंतजार है।