Edited By Vatika,Updated: 25 May, 2018 09:44 AM
1984 के कत्लेआम वैल्फेयर सोसायटी ने प्रैस वार्ता दौरान अपने दुखड़े सुनाते हुए आरोप लगाया कि नवम्बर 84 में वे अलग-अलग प्रांतों में हुए दंगों के पीड़ित सिख परिवारों को इंसाफ दिलाने की बजाय कैप्टन सरकार बदले की भावना के साथ काम कर रहे हैं। इसका...
जालन्धर(चावला): 1984 के कत्लेआम वैल्फेयर सोसायटी ने प्रैस वार्ता दौरान अपने दुखड़े सुनाते हुए आरोप लगाया कि नवम्बर 84 में वे अलग-अलग प्रांतों में हुए दंगों के पीड़ित सिख परिवारों को इंसाफ दिलाने की बजाय कैप्टन सरकार बदले की भावना के साथ काम कर रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष सबूत यह है कि पीड़ितों को जारी किए गए लाल कार्डों को रद्द करके पीड़ितों को परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से अपील की कि हमें परेशान करने की बजाय जहर की पुडिय़ा दे दो। आज यहां प्रैस कान्फ्रैंस को सम्बोधित करते हुए 1984 के कत्लेआम पीड़ित वैल्फेयर सोसायटी के प्रधान सुरजीत सिंह और स्त्री विंग की प्रधान बीबी गुरदीप कौर ने कहा कि पंजाब सरकार नवम्बर 84 के सिख कत्लेआम पीड़ितों को एक बार फिर उजाडऩे की तैयारी कर रही है। जब से पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी है, तब से दंगा पीड़ितों के लाल कार्डों की इंक्वायरी करके जो लाल कार्ड 1986 और 2010 में अफसरों द्वारा छानबीन करके बनाए गए थे, में से 170 लाल कार्ड रद्द कर दिए गए हैं।
जिन लोगों के लाल कार्ड बनाए गए थे वे सरकारी अफसरों द्वारा जांच-पड़ताल करके जारी किए गए थे। उन्होंने मांग की कि जिन अफसरों ने रद्द किए लाल कार्डों को दुरुस्त बताया था, पीड़ित परिवारों को परेशान करने की बजाय उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 26 मई को शाहकोट में कैप्टन अमरेंद्र सिंह को काली झंडियां दिखाई जाएंगी।