Edited By swetha,Updated: 04 Sep, 2018 11:17 AM
गुरु रविदास चौक से कुछ दूरी पर पाल अस्पताल की बैकसाइड स्थित पार्क में बैठकर ड्रग्स ले रहे डेयरी मालिक जसप्रीत उर्फ प्रीत (27) की मौत हो जाने का समाचार है। मृतक की एक 7 साल की बेटी व 3 साल का बेटा है। रोज की तरह बाद दोपहर 4 बजे पार्क का माली काम करने...
जालंधर (वरुण): गुरु रविदास चौक से कुछ दूरी पर पाल अस्पताल की बैकसाइड स्थित पार्क में बैठकर ड्रग्स ले रहे डेयरी मालिक जसप्रीत उर्फ प्रीत (27) की मौत हो जाने का समाचार है। मृतक की एक 7 साल की बेटी व 3 साल का बेटा है। रोज की तरह बाद दोपहर 4 बजे पार्क का माली काम करने आया तो उसने शव देख कर सोसायटी के लोगों को सूचना दी। शव के पास 2 इंजैक्शन, कैप्सूल, चम्मच, हवा लेने वाला पंप व अन्य सामान पड़ा था।
जसप्रीत पुत्र भूपिंद्र सिंह निवासी लतीफपुरा डेयरियां अपने पिता के साथ ही डेयरी का काम करता था जो छोटी उम्र में ही गलत संगत में पड़कर नशा करने लगा था। करीब 8 साल पहले उसका इलाज करवा कर शादी करवा दी गई जिसके बाद उसने नशा बिल्कुल छोड़ दिया था। भूपिंद्र सिंह ने बताया कि जसप्रीत सुबह से गायब था। दोपहर के समय इसी टैंशन से उनकी शूगर बढ़ गई और वह इंजैक्शन लगवाने अस्पताल गए थे कि 4 बजे के करीब उन्हें फोन आया कि बेटा बेसुध हालत में पार्क में पड़ा है। वह मौके पर पहुंचे तो वह मृत पड़ा था व शव के पास पानी की बोतल, 2 इंजैक्शन समेत नशे का कुछ सामान पड़ा था।
ए.डी.सी.पी.-2 सुडरविजी, ए.सी.पी. नवीन कुमार व थाना-6 के प्रभारी ओंकार सिंह मौके पहुंच गए। शव देखने वाली माली से पूछताछ में उसने बताया कि जब वह पार्क में आया तो यह व्यक्ति औंधे मुंह पड़ा था और उसके आसपास कोई नहीं था। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के लिए शव को सिविल अस्पताल में रखवा दिया है।थाना-6 में अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है। आसपास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे खंगाले जाएंगे ताकि पता लग सके कि जसप्रीत अपने घर से इतनी दूर कैसे आया। फिलहाल मौत नशे की ओवरडोज से होने की आशंका है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मामले का खुलासा हो जाएगा।
4 दिन पहले ही खरीदकर दी थी इनोवा
जसप्रीत के रिश्तेदारों ने बताया कि कुछ दिनों से उन्हें शक पड़ रहा था कि जसप्रीत नशा कर रहा है। उन्होंने सोचा कि पुलिस के हवाले कर दें या फिर फिर से इलाज करवा लें। वह कुछ दिनों से इनोवा लेने की बात कर रहा था तथा उसके पिता ने करीब 4 दिन पहले ही उसे इनोवा भी दिला दी थी। रिश्तेदार की ये बातें सुन कर जसप्रीत के पिता भूपिन्द्र सिंह बोले-नूह केहंदी रही कि मैनंू गड्डी दा एक चक्कर लवा दे...आ ता चक्करां च ही पा गया।
शव के साथ एम्बुलैंस में ही बैठ गई पत्नी
जसप्रीत की पत्नी जैसे ही पार्क में आई तो पति का शव देख उससे लिपट कर चीखें मारने लगी। वह बार-बार उसे उठाने की कोशिश कर रही थी। काफी मुश्किल से उसे शव से दूर किया गया और शव एम्बुलैंस में रख दिया। इस पर उसकी पत्नी भी शव के साथ बैठ गई। उसने पति की ओर देखा तो बोली, प्रीत उठ जा..वेख कित्थे पिया तूं..ऐनी लंबी उम्र मैं किवें जीवांगी तेरे बिना। उसके ये शब्द सुन कर वहां खड़ा हर एक इंसान भावुक हो रहा था। काफी मुश्किल उसे एम्बुलैंस से बाहर निकाल जबरदस्ती घर भेजा गया।
पुलिस व प्रशासन को सुनाई खरी-खोटी
जहां एक तरफ पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवा कर जसप्रीत को नशा बेचने वाले और उसके साथ नशा करने वाले लोगों को पकडऩे का भरोसा दे रही थी, वहीं जसप्रीत के कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस व प्रशासन को खरी-खोटी सुनाई। लोगों ने कहा कि वे उन्हें लिखकर दें कि जसप्रीत के पोस्टमार्टम के बाद सभी पकड़े जाएंगे और नशे से किसी और की मौत नहीं होगी। भीड़ में से एक व्यक्ति ने एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह के सामने एक युवक बिठा दिया जो 7 बार जेल में रह कर आया है। उस युवक ने दावा किया कि जेल में नशा आसानी में मिल रहा है।
उसने अधिकारियों के सामने कहा कि पुलिस ही नशा बिकवा रही है। हालांकि कुछ लोगों ने थाना-6 के प्रभारी ओंकार सिंह बराड़ की प्रशंसा भी की कि उन्होंने अपने इलाके में 80 प्रतिशत नशा तस्करों को जेल भिजवा दिया है।
पोस्टमार्टम न करवाने पर अड़े परिजन, साढ़े 3 घंटे बाद माने
जसप्रीत की मौत की खबर सुनकर रिश्तेदार, दोस्त पार्क व उसकी पत्नी भी पार्क में पहुंच गई और विलाप करने लगी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव कब्जे में लेने की बात कही तो जसप्रीत के परिजन पोस्टमार्टम न करवाने पर अड़ गए। एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और जसप्रीत के पिता तथा अन्य रिश्तेदारों को पोस्टमार्टम के लिए मनाया। साढ़े 3 घंटे बाद पुलिस व प्रशासन जसप्रीत के परिजनों को मना पाए जिसके बाद जाकर शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल रवाना किया गया।