Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2018 04:31 PM
पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार को पंजाब रोडवेज व पनबस कांट्रैक्ट वर्कर मुलाजिमों ने अपनी मांगों को लेकर बसों का चक्काजाम करते हुए जोरदार...
होशियारपुर(अमरेन्द्र): पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार को पंजाब रोडवेज व पनबस कांट्रैक्ट वर्कर मुलाजिमों ने अपनी मांगों को लेकर बसों का चक्काजाम करते हुए जोरदार रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान आम जनता के साथ-साथ बस यात्रियों को भीषण गर्मी व उमस के बीच दिनभर भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सांझी एक्शन कमेटी के निर्देश पर यूनियन नेताओं ने बुधवार तड़के से ही बस स्टैंड के दोनों ही गेटों पर बसों को खड़ी कर दी जिस वजह से दिनभर एक भी बस स्टैंड के अंदर से नहीं चल पाई। यही नहीं निजी बसों को भी बस स्टैंड से नहीं चलने दी। यूनियन नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि अभी भी यदि सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो और तेज संघर्ष करने पर हम विवश हो जाएंगे।
दिनभर बसों का संचालन रहा अस्त-व्यस्त
रोडवेज व पनबसों बसों के कर्मचारी अपने यूनियन के आह्वान पर हड़ताल में जुटे रहे और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नारेबाजी करते रहे। जिले में चलने वाली पंजाब रोडवेज की बसें 2 घंटे हड़ताल में शामिल होने के बाद शहर के रामगढिय़ां चौक से लेकर रोशन ग्राऊंड के बीच निजी बसों की ही तरह यात्रियों को चढ़ा व उतार रहे थे लेकिन इस दौरान पनबस की एक भी बस सड़क पर नहीं आई। पनबस बसों के नहीं चलने की वजह से बसों का आवागमन ठप्प रहा वहीं इससे कई रूटों पर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी स्कूल व कॉलेज में पढऩे वाले बस पास होल्डर छात्र-छात्राओं में दिखा। पी.आर.टी.सी., प्राइवेट बसें, हरियाणा रोडवेज की बसें चलने से कुछ रूटों पर यात्रियों को भारी परेशानी कम हुई। इस चक्काजाम से रोडवेज को लाखों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ा है।
यूनियन नेताओं ने दी सरकार को चेतावनी
होशियारपुर बस स्टैंड पर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन के प्रधान लखविन्द्र सिंह,महासचिव सुनील कुमार, उपाध्यक्ष दविन्द्र सिंह मंझपुर, बलजीत सिंह, सीटू यूनियन के सचिव महेन्द्र सिंह बड्डोआन व प्रधान कमलजीत सिंह राजपुरभाईयां ने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की मांग पर सरकार नई पॉलिसी बनाई है। राज्य में नई परिवहन पॉलिसी के तहत सरकार को परिवहन विभाग से मोटी आमदनी आ रही है, लेकिन सरकार कर्मचारियों के विचाराधीन मांगों को पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार न तो मुलाजिमों की भर्ती कर रही है और न ही कच्चे मुलाजिमों को रैगुलर। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की पैडिंग मांगे पूरी करे नहीं तो रोष प्रदर्शन और तेज होगा।
क्या है यूनियन की प्रमुख मांगे
ठेके पर तैनात वर्करों को पक्का किया जाए। कच्चे मुलाजिमों की सैलरी बढ़ाई जाए, सुप्रीम कोर्ट के फैसले बराबर काम बराबर वेतन लागू किया जाए। कर्जा मुक्त हो चुकी है 596 पनबसों को रोडवेज में कांट्रैक्ट स्टाफ समेत ट्रांसफर किया जाए। नई बसें जल्दी रोडवेज महकमे की शिट की जाएं। महकमे में फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। रोडवेज की वर्कशॉपों में स्पेयर पाट्र्स पूरे किए जाएं। प्राइवेट और रोडवेज बसों के चलने के लिए टाइमिंग शिटें बनाई जाएं। रूटों पर कम हो चुके रोडवेज के लीट को बढ़ाया जाए।