Edited By bharti,Updated: 09 Oct, 2018 01:42 PM
पंजाब फील्ड एंड वर्कशॉप वर्कर्स यूनियन की एक बैठक स्थानीय शिमला पहाड़ी पार्क में ब्रांच प्रधान परमिंद्र सिंह ...
टांडा-उड़मुड़ (पंडित, रविन्द्र): पंजाब फील्ड एंड वर्कशॉप वर्कर्स यूनियन की एक बैठक स्थानीय शिमला पहाड़ी पार्क में ब्रांच प्रधान परमिंद्र सिंह की प्रधानगी में हुई जिसमें यूनियन सदस्यों ने पंजाब सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए अपनी मांगों के हक में आवाज बुलंद की। बैठक दौरान वक्ताओं ने पंजाब सरकार की कर्मचारी विरोधी और निजीकरण को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार ने पिछले 10 साल से नौकरी कर रहे अध्यापकों के वेतन में 75 प्रतिशत तक कटौती कर दी है जबकि दूसरी तरफ बिजली बोर्ड तथा जल सप्लाई विभाग में ठेके पर रखे गए कर्मचारियों के सिर पर छंटनी की तलवार लटका दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा करके सरकार अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से भागने की कोशिश कर रही है।
इस महंगाई के जमाने में मुलाजिमों को इस तरह परेशान करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपने जनविरोधी फैसले वापस नहीं लेती तो संघर्ष तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस महीने की 17 अक्तूबर को यूनियन की तरफ से हैड ऑफिस पटियाला समक्ष रोष धरना दिया जाएगा तथा 15 नवम्बर को विभागीय मंत्री रजिया सुल्ताना के हलका मालेरकोटला में रोष मार्च निकाला जाएगा।