Edited By bharti,Updated: 12 Sep, 2018 02:29 PM
जीने के लिए भोजन जितना आवश्यक है, पेयजल उससे भी ज्यादा जरूरी है। पिछले करीब एक माह से ...
तलवाड़ा(अनुराधा): जीने के लिए भोजन जितना आवश्यक है, पेयजल उससे भी ज्यादा जरूरी है। पिछले करीब एक माह से गांव फतेहपुर, श्री पंडायण, बहिमावा इत्यादि में पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा। जो जल सरकारी नलों में आ रहा है वह अत्यंत दूषित मिट्टी से भरा है जिसका कारण सप्लाई वाले कुएं में कमी बताया जा रहा है। लोग छोटे-बड़े बर्तन लेकर कुओं की ओर कूच कर रहे हैं जहां से वे पेयजल लाते हैं। बच्चों को 2-2 किलोमीटर दूर से सिर पर पानी ढोना पड़ रहा है। भारी बरसात के कारण कुएं में गंदगी भर गई है तो क्या प्रशासन का यह फर्ज नहीं बनता कि वह जनता को सुदूर गांवों में पेयजल के टैंकर उपलब्ध करवाए ताकि लोगों को दिक्कत न हो और दूषित पेयजल से होने वाली बीमारियों से वे बचे रहें। जनता यह भी चाहती है कि साफ पानी की सप्लाई शीघ्र-अतिशीघ्र सुचारू हो।
क्या कहते हैं एक्सियन
इस संबंध में जब एक्सियन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नए बोर का काम चालू है। शीघ्र ही समस्या का समाधान हो जाएगा।