Edited By Mohit,Updated: 09 Aug, 2020 03:04 PM
कोरोना संक्रमण काल में यदि आपको बस में सवारी करनी ही पड़े तो रहें सावधान।
होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): कोरोना संक्रमण काल में यदि आपको बस में सवारी करनी ही पड़े तो रहें सावधान। निजी हो या सरकारी, सभी बसों में आपने बस के अंदर स्लोगन लिखा देखा होगा कि यात्रा के दौरान सवारी अपने सामान की रक्षा स्वंय करें लेकिन अब कोरोना संक्रमण काल में अब यह स्लोगन यात्रा के दौरान यात्री अपने स्वास्थ्य के लिए खुद जिम्मेदार में तब्दील हो गया लगता है। बसों में अब सारा ध्यान यात्रियों की संख्या बढ़ाने पर दिया जा रहा है। नियमों की उल्लंघना की वजह से यात्रियों को इस बात की भी चिंता सताने लगी है कि बस यात्रा के दौरान बेपरवाह यात्रियों की वजह से वह खुद ना कहीं कोरोना संक्रमण की चपेट में आ जाए।
बस स्टैंड पर बढऩे लगी है चहल पहल
लॉकडाऊन में ढील की वजह से अब शहर व गांवों में चहल पहल तेजी से बढऩे लगी है जिस वजह से अब रोडवेज व निजी के साथ साथ मिनी बसें भी बस स्टैंड से चलनी शुरू हो गई है। सरकारी और निजी बसों में यात्रियों का शारीरिक तापमान चेक करना, सैनिटाइजर की समुचित व्यवस्था होना और बसों में यात्रियों समेत बस स्टाफ के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होना अब कहीं नजर नहीं आ रहा है।
बीच रास्ते में यात्री बेधडक़ और मनमर्जी से हो रहे बसों में सवार
पहले तो बसें केवल बस स्टैंड से बस स्टैंड तक ही चल रही थी। वहां पर कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक तापमान चेक करने के लिए थर्मल स्कैनर भी थे। यात्रियों को बस में सवार करवाने से पहले उन्हें मास्क लगाने के लिए भी कहा जा रहा था। अब सरकारी एवं निजी बसें बस स्टैंड के अलावा रास्ते में भी यात्रियों के लिए रुकने लगी हैं। यहां कोरोना को लेकर सरकार के दिशा-निर्देशों का कहीं भी पालन होता नहीं दिखाई दे रहा है। अब तो बस स्टैंड में भी यात्री बेधडक़ और मनमर्जी से बसों में सवार हो रहे हैं।
लापरवाही दिखाने वाले स्टाफ के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई: अनिल कुमार
जब इस संबंध में होशियारपुर डिपो के जनरल मैनेजर अनिल कुमार से पूछा तो उन्होंने कहा कि बस स्टैंड से प्रत्येक बस को रूट पर रवाना किए जाने से पहले सैनिटाइज करवाया जा रहा है। डिपो की तरफ से संबंधित रू टों के बीच खड़ी होने वाली बस स्टोपेज पर भी रोडवेज कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही यात्री को बस में बिठाती है। इसके लिए रोडवेज की तरफ से अतिरिक्त थर्मल स्कैनर खरीदे गए हैं ताकि रास्ते में भी बसों में सवार होने वाले यात्रियों का शारीरिक तापमान चेक किया जाए। इसके अलावा स्टाफ को भी खुद और यात्रियों को मास्क लगवाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अगर कहीं दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है तो विशेष चैकिंग करवाई जाएगी और लापरवाही दिखाने वाले स्टाफ के साथ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।