Edited By Vaneet,Updated: 28 Feb, 2020 08:56 PM
उड़ीसा में भारत सरकार की तरफ से आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में शुक्रवार को दोपहर बाद ...
होशियारपुर(अमरेन्द्र): उड़ीसा में भारत सरकार की तरफ से आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में शुक्रवार को दोपहर बाद 1500 मीटर रेस में होशियारपुर के माहिलपुर कस्बे की बेटी हरमिलन बैंस ने जैसे ही गोल्ड मैडल हासिल की परिजनों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। शाम ढलते ही जैसे ही खबर फैली हर तरफ से शुभचिंतकों ने गोल्ड मैडलिस्ट हरमिलन के एथलीट माता माधुरी ए सिंह व पिता अमनदीप सिंह को बधाई देने का दौर शुरू हो गया। अपनी बेटी को मिली सफलता से गदगद इंटरनैशनल पूर्व एथलीट माता माधुरी ए. सिंह व पिता अमनदीप सिंह ने बताया कि आज शनिवार को हरमिलन का 800 मीटर रेस के लिए ट्रैक पर उतरेगी। हमें पूरी उम्मीद है कि हरमिलन 800 मीटर में भी गोल्ड मैडल हासिल कर होशियारपुर के साथ साथ पंजाब का नाम रोशन करेगी।
एथलीट माता-पिता के नक्शेकदम पर चल रही हरमिलन
भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फुटबॉल के खिलाडिय़ों के नर्सरी के तौर पर जाने जाते होशियारपुर के माहिलपुर कस्बे की रहने वाली हरमिलन कौर ने बतौर एथलीट के तौर पर अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चल होशियारपुर का नाम रोशन कर रही है। गौरतलब है कि युनिवर्सिटी ही नहीं बल्कि बचपन से ही स्कूल स्तरीय खेल मुकाबलों में भी हरमिलन कौर अपने इंटरनैशनल एथलीट पिता अमनदीप सिंह बैंस व मां माधुरी ए. सिंहका नाम रोशन करती चली आ रही है। पिता अमनदीप सिंह बैंस ने जहां साऊथ एशियन गोम्स 1996 में 1500 मीटर रेस में सिल्वर मैडल हासिल किया था वहीं मां अर्जुन अवार्डी माधुरी ने एशियन गेम्स बुसान(साऊथ कोरिया) 2002 में 800 मीटर रेस में सिल्वर मैडल हासिल कर होशियारपुर के साथ-साथ पंजाब व देश का नाम रोशन कर चुकी है।
ओलिम्पिक्स में देश के लिए मैडल जीतने की है तमन्ना
भुवनेश्वर से फोन पर संपर्क करने पर गोल्ड मैडलिस्ट एथलीट हरमिलन बैंस ने बताया कि वह अपने खेल कैरियर में हमेशा प्रेरित करने के लिए माता-पिता के साथ कोच सुरेश सैनी की शुक्रगुजार हैं। समय समय पर माता-पिता के साथ कोच ने मुझे कठिन चुनौतियों के लिए तैयार किया जिस वजह से आज वह इस मुकाम पर हुं। हरमिलन ने बताया कि उसका सपना देश के लिए ओलिम्पिक्स में मैडल हासिल करना है।