Edited By swetha,Updated: 20 Sep, 2018 04:01 PM
शहर के एक निजी अस्पताल में बुधवार देर सायं मामला उस समय गरमा गया जब एक 6 माह के शिशु सुखमन की मौत हो गई। सुखमन के पिता पवन कुमार व माता प्रियंका निवासी चक्कसाधु ने बताया कि वे सुबह सुखमन को अस्पताल लेकर आए थे। इस दौरान डाक्टर ने उन्हें बच्चे के...
होशियारपुर (अमरेन्द्र): शहर के एक निजी अस्पताल में बुधवार देर सायं मामला उस समय गरमा गया जब एक 6 माह के शिशु सुखमन की मौत हो गई। सुखमन के पिता पवन कुमार व माता प्रियंका निवासी चक्कसाधु ने बताया कि वे सुबह सुखमन को अस्पताल लेकर आए थे। इस दौरान डाक्टर ने उन्हें बच्चे के टैस्ट लिखकर दिए। टैस्ट करवाने उपरांत डाक्टर ने उनके बच्चे को किसी अन्य अस्पताल में रैफर कर दिया। जब वे दूसरे अस्पताल पहुंचे तो डाक्टर ने उन्हें बताया कि बच्चे की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि डाक्टर ने उन्हें बताया ही नहीं था कि उनका बच्चा सीरियस है। उसे किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की जरूरत है। इस बीच अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान मौके पर पहुंचे लोगों ने आपसी बातचीत के जरिए बीच-बचाव कर मामला सुलझाया। सम्पर्क करने पर डाक्टर ने बताया कि बच्चा जब उनके अस्पताल में लाया गया था तब उसकी हालत बहुत खराब थी। उसे डबल निमोनिया था। बच्चा करीब 1 माह से बीमार था। उन्होंने बताया कि बच्चे की हालत गंभीर देख कर ही उन्होंने उसे रैफर किया था। इस दौरान मामले को सुलझाते हुए डाक्टर ने पीड़ित परिजनों के समक्ष खेद प्रकट किया।