Edited By Vatika,Updated: 11 Sep, 2018 04:12 PM
1965 के भारत-पाक युद्ध को 53 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस युद्ध के नायक वीर सैनिक अब्दुल हमीद की बहादुरी भरी शहादत को राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा।
हाजीपुर (सुदर्शन): 1965 के भारत-पाक युद्ध को 53 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस युद्ध के नायक वीर सैनिक अब्दुल हमीद की बहादुरी भरी शहादत को राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा।
पाकिस्तान के साथ 1965 में जब युद्ध आरम्भ हुआ तो भारतीय सेना की 4 गर्नेडियर कम्पनी के क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद ने पाक सेना को लोहे के चने चबवाते हुए पाकिस्तान के 4 पैटन टैंकों (एम 48) को तबाह कर दिया। इस गौरवमयी इतिहास पर चर्चा करते हुए भूूतपूर्व कमांडर संसार चंद शर्मा ने 1965 युद्ध के शहीदों की स्मृति में आयोजित शौर्य दिवस के अवसर पर बताया कि जब दुश्मन की सेना ने खेमकरण, रत्तोके व आसल उताड़ गांवों को घेर लिया तो भारतीय सेना ने उनके आगे बढऩे पर विराम लगाया।
उसी वक्त वीर अब्दुल हमीद ने अपने शरीर के साथ 5 बम बांधकर रेंगते हुए पाकिस्तानी पैटन टैंकों के नीचे जाकर वीरगति को प्राप्त होते हुए 4 टैंकों को उड़ा दिया था।