Edited By swetha,Updated: 23 Jan, 2019 12:18 PM
पिछले 30 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो कर रह गया, वहीं आज भारी बरसात के बीच सुबह 10 बजे पठानकोट से जोङ्क्षगद्र नगर जाने वाली ट्रेन के लिए फाटक मैन ने फाटक बंद करना शुरू किया तो अचानक एक साइड का फाटक भरभरा कर...
पठानकोट (आदित्य,शारदा): पिछले 30 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो कर रह गया, वहीं आज भारी बरसात के बीच सुबह 10 बजे पठानकोट से जोङ्क्षगद्र नगर जाने वाली ट्रेन के लिए फाटक मैन ने फाटक बंद करना शुरू किया तो अचानक एक साइड का फाटक भरभरा कर सड़क पर आ गिरा। गनीमत यह रही कि उस समय फाटक तथा सड़क के बीच कोई वाहन चालक या अन्य राहगीर नहीं था वर्ना भारी भरकम लोहे का फाटक किसी के ऊपर गिर जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। फाटक टूटने के बाद यहां ट्रेन को जंजीर लगाकर पास करवाया गया, वहीं दो पहिया वाहन चालकों को भी तेज बारिश में एक घंटे से अधिक देरी तक रुकना पड़ा। बाद में रेलवे कर्मचारियों ने फाटक को ठीक कर वाहन चालकों को पेश आ रही समस्या का समाधान किया।
रेल यातायात पर कोई असर नहीं
फाटक की वजह से रेल यातायात पर कोई असर नहीं पड़ा। आज सुबह 10 बजे पठानकोट से जोङ्क्षगद्रनगर जाने वाली ट्रेन को पास करने के लिए शहर के ढांगू रोड स्थित मक्खन दा ढाबा वाला फाटक को कैबिन मैन ने बंद किया तो नीचे झुकते वक्त वह अपने आप टूट गया। फाटक बंद होने की कैबिन मैन ने तुरंत स्टेशन मास्टर को जानकारी दी और जंजीर लगाकर ट्रेन को गंतव्य की और रवाना किया। ट्रेन गुजरने के बाद भी एक घंटा फाटक बंद रहा।
पुलिस ने ट्रैफिक को नियंत्रित करने हेतु किया ट्रैफिक डायवर्ट
फाटक बंद होने के कारण यहां चौपहिया वाहन चालक परेशान हुए वहीं दोपहिया वाहन चालक बारिश में भीगने को मजबूर हो गए। ट्रैफिक पुलिस ने फाटक पर फंसे वाहनों को निकलवाकर ट्रैफिक को डायवर्ट किया। जिसके चलते ढांगू की ओर से आने वाले वाहनों को डायवर्ट करते हुए कैम्बल रोड से अंदर की ओर लाया गया। काली माता मंदिर की ओर से आने वाले वाहनों की काफी लम्बी कतारें लगने से घंटों जाम की स्थिति बनी रही। इस बीच एक तो लोग बारिश की वजह से तथा दूसरी ओर जाम की वजह से परेशान होते रहे।
कड़ी मशक्कत के बाद फाटक को ठीक किया
फाटक टूटने का पता चलने पर रेलवे के सिग्नल डिपार्टमैंट के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर लगभग एक से डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फाटक को ठीक कर समस्या का समाधान किया। इसके बाद शहर का ट्रैफिक सुचारू हो सका।