Edited By swetha,Updated: 19 Jun, 2018 10:40 AM
कुछ दिन पहले ई.ओ. का चार्ज लेने वाले भुपिंदर सिंह ने आते ही 27 करोड़ के टैंडर रद्द करने का जो आदेश जारी किया था, उसके चलते नगर कौंसिल प्रधान नरेश महाजन व ई.ओ. भुपिंदर सिंह आमने-सामने हो गए।
बटाला(बेरी): कुछ दिन पहले ई.ओ. का चार्ज लेने वाले भुपिंदर सिंह ने आते ही 27 करोड़ के टैंडर रद्द करने का जो आदेश जारी किया था, उसके चलते नगर कौंसिल प्रधान नरेश महाजन व ई.ओ. भुपिंदर सिंह आमने-सामने हो गए।
क्या है मामला?
ई.ओ. भुपिंदर सिंह बटाला नगर कौंसिल का चार्ज लेने से पहले नगर कौंसिल प्रधान ने 27 करोड़ के टैंडर लगाने हेतु अखबारों में विज्ञापन दिया था परन्तु नगर कौंसिल का चार्ज लेते ही ई.ओ. भुपिंदर सिंह ने उक्त सारे टैंडर रद्द कर दिए।
कमियों के चलते रद्द टैंडर किए रद्द : ई.ओ भुपिंदर सिंह
नव नियुक्त ई.ओ. भुपिंदर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो टैंडर रद्द किए गए हैं, उनमें काफी कमियां थीं जैसे कुछ पहले से किए जा चुके कार्य भी इस टैंडर में दोबारा लगाए गए थे। दूसरा यह कि नगर कौंसिल के पास इस समय कोई फंड नहीं है जिससे टैंडर लगाकर कोई काम करवाया जा सके। उक्त सारे मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दे दी गई है और इस पर गहनता से छानबीन करने के बाद नए टैंडर लगाए जाएंगे। शहर का विकास तभी हो सकता है जब नगर कौंसिल के पास पहले से फंड उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को अभी पिछली पेमैंट देनी भी बाकी है।
शहर का विकास होगा बाधित : प्रधान नरेश महाजन
नगर कौंसिल प्रधान नरेश महाजन ने कहा कि इन टैंडरों में कोई गलती नहीं है और यह टैंडर गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को मनाने की तैयारियों हेतु लगाए गए थे लेकिन इन्हें साजिश के तहत रद्द कर दिया गया है। बेशक इस समय नगर कौंसिल के पास फंड नहीं है लेकिन सरकार द्वारा फंड का प्रबंध किया जा रहा है। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को मनाने हेतु 687 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट बनाकर सरकार को भेजा गया है तथा उन्हें उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही सरकार द्वारा पैसे उपलब्ध करवाए जाएंगे।
टैंडर में पहले से हुए कार्यों संबंधी नरेश महाजन ने कहा कि इसका जवाब एम.ई. ब्रांच को देना है क्या कोई कार्य पहले हो चुके हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि वह ई.ओ. भुपिंदर सिंह की शिकायत चीफ सचिव से करेंगे कि वह रैगुलर ई.ओ नहीं है, ऐसे में उन्होंने ई.ओ. की शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया है। नरेश महाजन ने आगे कहा कि इस तरह से टैंडर रद्द करने से शहर का विकास बाधित होगा जिसे वह नहीं होने देंगे।