Edited By swetha,Updated: 30 Jun, 2018 11:14 AM
समाज में आम लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह करने वाले लोग कई स्थानों पर सक्रिय हैं जोकि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में पाखंड की दुकान चलाने से गुरेज नहीं करते हैं। ऐसा ही एक मामला ब्लाक काहनूवान के गांव हम्बोवाल में देखने को मिला। जहां वडभाग...
गुरदासपुर(विनोद): समाज में आम लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह करने वाले लोग कई स्थानों पर सक्रिय हैं जोकि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में पाखंड की दुकान चलाने से गुरेज नहीं करते हैं। ऐसा ही एक मामला ब्लाक काहनूवान के गांव हम्बोवाल में देखने को मिला। जहां वडभाग सिंह का एक चेला भगवान सिंह पुत्र उजागर सिंह पिछले कई वर्षों से अपने घर में पूछे देने व अन्य पाखंड करता था। इसकी सूचना जब श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के सदस्यों को मिली तो उनकी कार्रवाई उपरांत भगवान सिंह ने गांव की पंचायत व प्रशासन की उपस्थिति में अपनी इस प्रपंच वाली गद्दी को हमेशा के लिए बंद करने का लिखित तौर पर ऐलान किया। उसने स्वीकार किया कि उससे जाने-अनजाने में यह भूल हो रही है।
इस अवसर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के मुख्य जत्थेदार भाई बलबीर सिंह मूछल ने बताया कि जब उन्हें भगवान सिंह बारे अंधविश्वास फैलाने तथा इसके अतिरिक्त श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश व निशान साहिब लगाने की सूचना मिली तो उन्होंने अपने जत्थे के एक सिंह पंजाब सिंह द्वारा भगवान सिंह द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में चल रहे पाखंड की पूरी जानकारी ली।
उसके बाद विगत दिनों उन्होंने जत्थे के सिंहों सहित स्वयं पहुंच कर जानकारी को सही पाया। उन्होंने बताया कि भगवान सिंह ने पंचायत की उपस्थिति में अपने घर या डेरे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश न करने तथा श्री निशान साहिब सुशोभित न करने का संकल्प लिया। भाई बलबीर सिंह ने बताया कि भगवान सिंह ने इस पाखंड की दुकान को भी बंद करने का लिखित आश्वासन दिया। इस अवसर पर हम्बोवाल के सरपंच सुरजीत सिंह,भाई जोगिन्द्र सिंह,सतनाम सिंह,गुरनाम सिंह,करतार सिंह,रणजीत सिंह,गुरमुख सिंह,कुलदीप सिंह,सुखदेव सिंह,अमरीक आदि उपस्थित थे। इस सम्बन्धी जब भगवान सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह बाबा वडभाग सिंह को मानते हैं, लेकिन सत्कार कमेटी द्वारा उठाए गए ऐतराज के बाद उसने अपने घर में चलती गद्दी को उठाने का निर्णय लिया है।