करोड़ों की वार्षिक आमदन होने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं से वंचित है गुरदासपुर बस स्टैंड

Edited By swetha,Updated: 25 Jun, 2018 10:04 AM

gurdaspur bus stand

गुरदासपुर कहने को तो जिला मुख्यालय है, परंतु इस बस स्टैंड जिससे जिला परिषद को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए की आय होती है, की हालत देख कर नहीं लगता कि यह पंजाब के किसी महत्वपूर्ण जिला मुख्यालय का बस स्टैंड है।

गुरदासपुर (विनोद): गुरदासपुर कहने को तो जिला मुख्यालय है, परंतु इस बस स्टैंड जिससे जिला परिषद को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए की आय होती है, की हालत देख कर नहीं लगता कि यह पंजाब के किसी महत्वपूर्ण जिला मुख्यालय का बस स्टैंड है। बेशक इस बस स्टैंड से जिला परिषद को मोटी आमदन अड्डा फीस तथा दुकानों से मिलने वाले किराए के रूप में हो रही है, परंतु इस बस स्टैंड पर एक भी ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है जिससे यह जिला मुख्यालय तो क्या किसी उप मंडल का ही बस स्टैंड लगे। सुविधाओं के अभाव से लोगों में भारी रोष है। यहां बताने योग्य है कि इस बस स्टैंड का नींव पत्थर 31 अगस्त 2012 को उस समय के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने रखा था।

गुरदासपुर का अपना बस डिपो नहीं
पंजाब में लगभग सभी जिलों के अपने-अपने बस डिपो है। जिला गुरदासपुर के उप मंडल बटाला का भी अपना बस डिपो है जबकि पठानकोट बस डिपो भी तो तब का ही बना हुआ है जब पठानकोट जिला गुरदासपुर का हिस्सा था। आश्चर्य की बात यह है कि आज तक किसी राजनेता, केन्द्रीय या पंजाब के मंत्री या विधायक ने इस जिले के लिए अपना बस डिपो बनाने की मांग नहीं की, जबकि इस जिले से संबंधित सांसद, राज्य सभा के सदस्य केन्द्र में मंत्री भी रह चुके हैं जबकि इस जिले के विधायक भी पंजाब मंत्रिमंडल में रह चुके हैं तथा इस समय भी हैं। इस समय पंजाब की परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी भी जिला गुरदासपुर से संबंधित हैं।

चारों तरफ गंदगी का आलम
गुरदासपुर बस स्टैंड का दौरा करने पर पाया कि इस बस स्टैंड पर सफाई नाम की कोई चीज नहीं है, जबकि जिला परिषद गुरदासपुर इस बस स्टैंड की देखरेख करती है। इस बस स्टैंड की जमीन की मालिक भी जिला परिषद है तथा अड्डा फीस व दुकानों का किराया भी जिला परिषद इकट्ठा करती है। बस स्टैंड के अंदर तथा बाहर गंदगी का आलम है। बीते दिनों नगर कौंसिल गुरदासपुर ने बस स्टैंड के बाहरी हिस्सों की सफाई करवाई थी, क्योंकि तब नगर कौंसिल ने तंदरुस्त पंजाब मुहिम में अपने योगदान की चर्चा समाचार पत्रों में करवानी थी, जबकि उसके बाद आज तक इस बस स्टैंड के अंदर की बात दूर बाहर की भी सफाई नहीं हुई।

पेयजल की नहीं व्यवस्था 
इस बस स्टैंड में यात्रियों के लिए पीने वाले पानी की व्यवस्था तो शुरू में की गई थी, परंतु सालों पहले पानी की टूटियां ही चोरी हो चुकी हैं तथा इन्हें स्थाई रूप में बंद कर दिया गया है। इन नलों में कभी पानी आया ही नहीं है। लोगों का आरोप है कि बस स्टैंड में मिनरल वाटरबेचने वाले ही इन नलों को ठीक नहीं होने देते।

शौचालय की हालत दयनीय
इस बस स्टैंड में महिलाओं तथा पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए है, परंतु दोनों ही शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि इसके पास आते ही व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है। सफाई नाम की इन शौचालयों में कोई चीज दिखाई नहीं देती। इन शौचालयों में पानी सप्लाई की व्यवस्था नहीं है तथा दूर से ही बदबू आनी शुरू हो जाती है। यही कारण है कि इनका कोई प्रयोग नहीं करता, जबकि जब शौचालय बनाए गए थे तो इन पर मोटी राशि खर्च की गई थी।

टिकट कैबिन बने ड्राइवरों के बैडरूम
इस बस स्टैंड में बस के टिकट बेचने के लिए हर स्टेशन के लिए अलग-अलग कैबिन बनाए गए हैं, जिन पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं, परंतु हैरानी की बात यह है कि आज तक इन कैबिन का प्रयोग टिकट बेचने के लिए नहीं किया गया है। इन कैबिन में या तो कंडक्टर व ड्राइवर लेटते हैं या आवारा कुत्ते आराम करते हैं, जिस कारण ये कैबिन कभी प्रयोग में नहीं आए। 

पंजाब का सबसे गंदा बस स्टैंड है गुरदासपुर का: अड्डा इंचार्ज
इस बस स्टैंड पर सरकारी बसों के अड्डा इंचार्ज ड्यूटी देते हैं तथा उनका कहना है कि पंजाब का सबसे गंदा बस स्टैंड गुरदासपुर का है। सफाई कर्मचारी मर्जी से काम करते हैं तथा शौचालय आदि की सफाई तो इस बस स्टैंड पर कभी हुई ही नहीं। बस स्टैंड पर भी कभी-कभी सफाई कर्मचारी सफाई करता दिखाई देता है, जबकि इस बस स्टैंड पर कम से कम 10 सफाई कर्मचारी स्थाई रूप में तैनात होने चाहिए। उन्होंने स्वीकार किया कि बस टिकट काटने वाले कैबिन का कभी प्रयोग नहीं किया गया है।

जल्दी ही नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू होगा : परिवहन मंत्री
पंजाब की परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि गुरदासपुर में बनने वाला नया बस स्टैंड पंजाब सरकार की बजट स्कीम में है तथा जल्दी ही बजट पास हो जाएगा। जैसे ही इसका बजट पास होगा, उसी समय निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने इस नए बस स्टैंड का नींव पत्थर रखा था, परंतु उन्होंने निर्माण कार्य शुरू नहीं करवाया। पंजाब की वर्तमान सरकार जल्दी ही इस बस स्टैंड का निर्माण शुरू करवाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान बस स्टैंड की हालत में सुधार लाने के लिए भी आदेश दिए जाएंगे।

क्या कहना है स्थानीय लोगों का
गुरदासपुर निवासी रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान दिनेश महाजन,अरविंद हस्तीर,वरिष्ठ वकील रजिन्द्र महाजन तथा प्रदीप कुमार,व्यापारी अनु गंडोत्रा, व्यापार मंडल के प्रधान दर्शन महाजन आदि का कहना है कि कई सालों से इस बस स्टैंड की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। बस स्टैंड के बाहर कुछ सालों से पीर की दरगाह बना दी गई है जो यातायात में रुकावट है। इसी तरह बस स्टैंड के बाहर एक तो अवैध कब्जों की भरमार है, वहीं पर लम्बी दूरी की बसें भी बस स्टैंड के बाहर ही खड़ी होने के कारण यातायात प्रभावित होता है। 2-3 साल बाद नगर कौंसिल वाले इस बस स्टैंड के बाहर से अवैध कब्जे समाप्त कर लोगों को कुछ राहत देते हैं, परंतु समय के साथ फिर सड़क पर रेहडिय़ों व खोखे वालों का बोलबाला हो जाता है।

बस खड़ी करने में प्राइवेट बस चालक करते हैं मनमानी
जिला गुरदासपुर में सरकारी बस सेवा कम तथा प्राइवेट बस सेवा अधिक है। बस स्टैंड में सरकारी बसें तो नाममात्र ही खड़ी दिखाई देती हैं। प्राइवेट बस चालक अपनी मर्जी से बस खड़ी कर लोगों के लिए परेशानी खड़ी करते हैं। प्राइवेट बस चालकों पर भी किसी का नियंत्रण नहीं है। कोई भी एजैंसी इन बसों को सही ढंग से खड़ा करने के लिए प्रेरित नहीं करती, जबकि ट्रैफिक पुलिस का बस स्टैंड पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है।

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