Edited By Sunita Rajput,Updated: 17 Nov, 2018 11:13 AM
गुरदासपुर शहर के हनुमान चौक में अकाली-भाजपा नेताओं द्वारा गरीबों को गर्म कपड़े वितरित करने के लिए करवाए गए समारोह दौरान जहां जरूरतमंदों को स्वैटर वितरित किए गए, वहीं उक्त नेताओं ने हलके का नेतृत्व कर रहे हलका इंचार्ज गुरबचन सिंह बब्बेहाली के खिलाफ...
गुरदासपुर(हरमनप्रीत): गुरदासपुर शहर के हनुमान चौक में अकाली-भाजपा नेताओं द्वारा गरीबों को गर्म कपड़े वितरित करने के लिए करवाए गए समारोह दौरान जहां जरूरतमंदों को स्वैटर वितरित किए गए, वहीं उक्त नेताओं ने हलके का नेतृत्व कर रहे हलका इंचार्ज गुरबचन सिंह बब्बेहाली के खिलाफ अपनी भड़ास भी निकाली। गौरतलब है कि मार्कीट कमेटी गुरदासपुर के पूर्व चेयरमैन योगेश भंडारी द्वारा अपने स्व. पिता मदन मोहन भंडारी की याद में जरूरतमंदों को 1 हजार स्वैटर बांटने के लिए हनुमान चौक में कार्यक्रम रखा गया था।
इस दौरान विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि हलका गुरदासपुर में अकाली-भाजपा गठजोड़ में दरार डालने में पूर्व विधायक ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी और साथ ही सत्ता में रहते हुए उन्होंने अकाली-भाजपा गठजोड़ से सबंधित कई नेताओं पर झूठे पर्चे दर्ज भी करवाए। उन्होंने कहा कि यही कारण था कि कई नेता या तो घरों में बैठ गए या फिर पार्टी छोड़ गए। परिणाम स्वरूप विधानसभा चुनाव में पार्टी को इस हलके से हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि अब वह इस हलके में अकाली-भाजपा गठजोड़ का और नुक्सान नहीं होने देंगे जिस कारण उन्होंने आज से मोर्चा खोल दिया है और हाईकमान से मांग की है कि इस हलके में कोई योग्य उम्मीदवार घोषित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कई टिप्पणियां भी कीं और कहा कि वह हमेशा अकाली-भाजपा गठजोड़ के वर्कर बने रहेंगे लेकिन मौजूदा हलका इंचार्ज का समर्थन नहीं करेंगे।
मेरा विरोध करने वाले सभी कांग्रेस के पिट्ठू : बब्बेहाली
दूसरी तरफ इस संदर्भ में गुरबचन सिंह बब्बेहाली ने कहा कि उक्त नेता कभी भी अकाली-भाजपा गठजोड़ के समर्थक नहीं थे। जिन्होंने विधानसभा चुनाव दौरान उनकी विरोधता की और उप-चुनाव में स्वर्ण सलारिया का भी समर्थन नहीं किया। इसी कारण उक्त नेताओं को पार्टी के पदों से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त नेता कांग्रेस के पि_ू हैं। इस संबंधी सभी लोगों को बाखूबी पता है। उन्होंने कहा कि हाईकमान भी इनकी असलियत से भलिभांति अवगत है और इनकी पिछले समय की पार्टी विरोधी कार्रवाइयों को ध्यान में रखते हुए इनसे भविष्य में भी पार्टी के हित में उम्मीद नहीं की जा सकती।