Edited By Vatika,Updated: 19 May, 2018 03:04 PM
प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के किए जा रहे दावों के बीच विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाओं के दौरान प्रश्न पत्र में पंजाबी भाषा में कई गलतियां होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में गलत...
जलालाबाद (गोयल): प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के किए जा रहे दावों के बीच विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाओं के दौरान प्रश्न पत्र में पंजाबी भाषा में कई गलतियां होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में गलत प्रश्न पत्रों के कारण विद्यार्थियों को जवाब देने में भारी परेशानी हो रही है।
क्या है मुद्दा
इन दिनों पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ द्वारा बी.ए. के विद्यार्थियों की परीक्षाएं ली जा रही हैं लेकिन यूनिवर्सिटी की तरफ से भेजे जा रहे पेपरों के पंजाबी भाषा वाले सैक्शन में पंजाबी में इतनी गलतियां हैं कि उसे समझना विद्यार्थियों के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है। अगर विद्यार्थियों को प्रश्न ही समझ नहीं आएगा तो वे उत्तर कैसे देंगे।
2 पेपरों में आई परेशानी
जानकारी के अनुसार पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा ली गई पंजाबी तथा फिजिकल शिक्षा विषय की परीक्षा के दौरान पंजाबी सैक्शन के प्रश्नों में भाषा को गलत ढंग से लिखा गया है जिस कारण बच्चों को परीक्षा देते समय काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
यूनिवर्सिटी स्तर का मामला
इस संबंधी कालेज प्रबंधक से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि इसमें कालेज की कोई गलती नहीं है। पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा जो पेपर उन्हें भेजे जाते हैं, वे विद्यार्थियों में बांट दिए जाते हैं। इसमें कालेज का कोई रोल नहीं है।
ग्रेस अंक देने की मांग
उधर, पंजाबी व फिजिकल विषय के पेपर में पंजाबी भाषा में अनेकों गलतियों से परेशान व प्रभावित विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय से दोबारा पेपर लेने की मांग की है। विद्यार्थियों ने कहा कि अगर पी.यू. द्वारा दोबारा परीक्षा नहीं ले सकती तो उन्हें ग्रेस अंक दिए जाएं।
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हो कार्रवाई: ज्याणी
इस संबंधी पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरजीत ज्याणी ने कहा कि अगर विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र ही सही न मिलेगा तो वेे परीक्षा में सफल कैसे होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार व विश्वविद्यालय को पूरे मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।