Edited By swetha,Updated: 25 Sep, 2018 03:17 PM
जीरा के गांव पंडोरी खत्रियां में बीते दिन मौत के घाट उतारे गए पति-पत्नी राजप्रीत सिंह उर्फ राजी व गर्भवती प्रभदीप कौर का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस वक्त आसमान से टिप-टिप बरस रहे पानी से यूं महसूस हो रहा था कि पंडोरी खत्रियां कांड को...
जीरा(अकालियांवाला): जीरा के गांव पंडोरी खत्रियां में बीते दिन मौत के घाट उतारे गए पति-पत्नी राजप्रीत सिंह उर्फ राजी व गर्भवती प्रभदीप कौर का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस वक्त आसमान से टिप-टिप बरस रहे पानी से यूं महसूस हो रहा था कि पंडोरी खत्रियां कांड को देखकर उसकी आंख भी रो रही हो।
जब संस्कार मौके जहां सारा गांव बिलख रहा था, वहीं इस अनहोनी तथा जुल्म की हुई हद को हर नागरिक कोस रहा था। औलाद के लिए तरस रहे राजप्रीत ने अकेली परमात्मा के आगे अरदासें ही की होंगी, लेकिन शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था। इस मंजार को देखकर पत्थर दिल भी नम हो गए। राजप्रीत सिंह तथा उसकी पत्नी प्रभदीप तथा इस प्रांगण का वारिस एक दीप बनकर जलने से पहले ही बुझ गया। आज वह रंगली कोठी भी उदास हो गई, जिसने कभी प्रभदीप के पल रहे 8 माह के बच्चे की किलकारियों से गूंज उठना था। तीनों की बनाई गई सांझी एक ही चिता को राजप्रीत सिंह के भाई जगजीत सिंह तथा प्रभदीप कौर उर्फ दीप के पहले पुत्र जगजीवन सिंह ने अग्नि भेंट की।
जगजीवन ने बताया कि प्रभदीप कौर की राजप्रीत सिंह के साथ दूसरी शादी थी। जब वह 4-5 वर्ष का था, तो उसकी माता प्रभदीप ने उसको उसके ननिहाल गांव चूहड़चक्क छोड़ दिया था तथा राजप्रीत के साथ दूसरा विवाह करवा लिया। गौर रहे कि गत 21 सितम्बर की सुबह अज्ञात बदमाशों ने दोनों पति-पत्नी को मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस की तरफ से फरीदकोट के मैडीकल कालेज में पोस्टमार्टम करवाने पर यह बात सामने आई थी कि हमलावरों ने उन्हें 10 गोलियां मारी थीं, जिनमें से राजप्रीत सिंह को 6 गोलियां और उसकी पत्नी प्रभदीप को 4 गोलियां लगी थीं।