Edited By Updated: 23 Sep, 2016 03:55 PM
देश भर में हर वर्ष 23 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है, लेकिन हमारे समाज में आज भी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं।
जीरा (अकालियांवाला): देश भर में हर वर्ष 23 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है, लेकिन हमारे समाज में आज भी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। आज भी कन्या भ्रूण हत्या करने का सिलसिला पुराने समय की तरह निरंतर जारी है। पिछले समय दौरान मालवा क्षेत्र में स्कैनिंग सैंटरों पर छापेमारी की गई, लेकिन इसके बावजूद भी दलाल भ्रूण की जांच करवाने से पीछे नहीं हटते। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। जिन लड़कियों के सूझवान अभिभावकों ने अपनी बेटियों को आगे बढऩे का मौका दिया उन्होंने अपने मां-बाप, स्कूल, शहर का नाम रोशन किया।
पंजाब का नाम करेंगी रोशन
एथलैटिक मीट में सोने के चार तगमे हासिल करने वाली इन्द्रजीत कौर, अनमोल संधू, सुखमन तथा मनप्रीत कौर ने कहा कि हमें मान है कि हम आई.सी.एस. स्कूल एमबोरजियल पब्लिक स्कूल जीरा की छात्राएं हैं। हम अच्छी शिक्षा के साथ-साथ खेलों के क्षेत्र में भी अच्छी प्राप्तियां करके अपने स्कूल, इलाके व परिजनों का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब अगले महीने तेलंगाना व हैदराबाद में एथलैटिक मीट में भाग लेने जा रही हैं तथा हमें मान है कि हम अपने पंजाब का नाम इस राज्य में जाकर रोशन करेंगी। छात्राओं ने कहा कि उनके स्कूल के चेयरमैन सतनाम सिंह बुट्टर, प्रिंसीपल तेज सिंह ठाकुर, मैडम कंवजीत कौर ने हर मुश्किल में उनका साथ दिया।
हरप्रीत कौर से बनी हरप्रीत कौर वाहेनूर
पढ़ाई दौरान खेलों में पहली पोजीशन हासिल करने वाली हरप्रीत कौर कालेज की पढ़ाई के बाद हरप्रीत कौर वाहेनूर बन गई। परिजनों द्वारा हरप्रीत कौर को ऐसा सहयोग मिला कि हरप्रीत कौर पंजाब में एक प्रसिद्ध कथावाचक बन गई। सिख धर्म के प्रचार को समर्पित हरप्रीत आज हरप्रीत कौर वाहेनूर से पहचान बना चुकी है। वह जब अपनी कथा द्वारा धर्म का यश सुनाती है तो हजारों की संख्या में बैठी संगत उसकी कथा की कायल हो जाती है।
वर्ल्ड कबड्डी कप में सर्बजीत कौर ने हासिल की पहली पोजीशन
सर्बजीत कौर बब्बू बी.ए. फाइनल की पढ़ाई बी.के.एस. कालेज मुहार में कर रही है। उसने इंडिया के वल्र्ड कबड्डी कप में पहली पोजीशन हासिल की है। रैसङ्क्षलग व खो-खो में नैशनल स्तरीय खेलों में उसने पहली पोजीशन हासिल की। उसका कहना है कि उसने छोटी उम्र में बेशक बड़ी प्राप्तियां की हैं, लेकिन अभी जिंदगी में बहुत कुछ करने का सपना उसने मन में संजोया हुआ है।