Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2018 05:12 PM
हिंद-पाक सरहद पर हुसैनीवाला चैक पोस्ट पर भारत भर में सबसे ज्यादा दर्शक रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए आते हैं। इसको अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धी हासिल है और देश के महान शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत स्मारक भी यहां स्थित होने के कारण आम लोगों...
फिरोजपुर(परमजीत सोढी): हिंद-पाक सरहद पर हुसैनीवाला चैक पोस्ट पर भारत भर में सबसे ज्यादा दर्शक रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए आते हैं। इसको अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धी हासिल है और देश के महान शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत स्मारक भी यहां स्थित होने के कारण आम लोगों की भावनाएं भी जुड़ी हैं।
समय की सरकारों की लापरवाही कारण ये सुविधाएं और मौजूदा यादगार की देख-रेख की कमी कारण हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती है। वर्ष 2001 में उस समय के डिप्टी कमिश्नर कुलबीर सिंह सिद्धू ने मक्खू से अबोहर तक सुंदर रूप प्रदान करने के लिए अनेक गेट और चौकों का सौंदर्यीकरण करवाया जिसकी वजह से उनको फाटकों और चौकों वाला अफसर भी कहा जाता था। उनकी पहलकदमी पर ही इस गेट का नींव पत्थर तत्कालीन मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल द्वारा रखा गया था और इसका उद्घाटन मौजूदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा किया गया।
शान-ए-हिंद गेट को दोनों देशों के हजारों की संख्या में लोग रिट्रीट सैरेमनी देखने के लिए आते हैं और देश वासियों का लाखों रुपए की लागत के साथ बने इस विशाल गेट को देखकर सिर गर्व के साथ ऊंचा हो जाता था परंतु प्रशासन की लापरवाही कारण इस गेट में लगे नींव पत्थर और उद्घाटनी समारोह पर लगे पत्थरों पर से अक्षर पूरी तरह मिट चुके है।