Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 May, 2018 02:10 PM
अकाली दल से संबंधित नुमाइंदे जलालाबाद के सिविल अस्पताल पर राजनीति न करें क्योंकि यह मामला लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा हुआ है। लगातार 10 वर्ष सत्ता में रहने वाले अकाली दल के उप मुख्यमंत्री रहे सुखबीर बादल खुद जलालाबाद के विधायक रह चुके हैं।
जलालाबाद (सेतिया) : अकाली दल से संबंधित नुमाइंदे जलालाबाद के सिविल अस्पताल पर राजनीति न करें क्योंकि यह मामला लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा हुआ है। लगातार 10 वर्ष सत्ता में रहने वाले अकाली दल के उप मुख्यमंत्री रहे सुखबीर बादल खुद जलालाबाद के विधायक रह चुके हैं।
उक्त विचार कांग्रेस बुद्धिजीवी सैल के चेयरमैन अनीश सिडाना ने गत दिनों अस्पताल में अकाली - भाजपा द्वारा लगाए गए रोष धरने पर अपनी टिप्पणी देते व्यक्त किए। सिडाना ने कहा कि जलालाबाद के सिविल अस्पताल डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंदरा से फोन पर बातचीत हुई है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि जून माह में 306 नए डाक्टरों की जो नियुक्ति होनी है उनमें से जलालाबाद अस्पताल के लिए डाक्टरों की पूरी टीम भेजी जाएगी।
वह खुद जलालाबाद अस्पताल का दौरा भी करेंगे क्योंकि करोड़ों रुपए बिल्डिंग पर खर्च होने के बाद भी पिछली सरकार द्वारा लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी कोई खास पहल नहीं दी गई। सिर्फ अपने चहेते को खुश करने के लिए बिल्डिंगें तैयार करवाई गई है जबकि डाक्टर पूरे नहीं करवाए गए। सिडाना ने कहा कि 10 वर्ष सत्ता में बैठे अकाली भाजपा के वर्करों को अब जनता की फिक्र करने की जरूरत नहीं क्योंकि कैप्टन अमरेंद्र सिंह जनता की समस्याओं को खुद देख रहे है।
उधर, दूसरी तरफ गत दिनों स्थानीय सिविल अस्पताल में गठित की गई सिविल अस्पताल को-आर्डिनेशन कमेटी रद्द करने के आदेश सिविल सर्जन द्वारा जारी कर दिए गए है। सिविल सर्जन का कहना है कि सरकार द्वारा ऐसी कोई कमेटी बनाने की मानता नहीं थी इसी लिए इसे तुरंत रद्द कर दिया गया है तथा भविष्य में कोई कमेटी बनाने की जरूरत पड़ी तो पंजाब सरकार से सहमति लेकर कमेटी बनाई जाएगी।