Edited By swetha,Updated: 26 Sep, 2018 09:25 AM
गत माह निकाले गए 4 कर्मचारियों को बहाल करवाने के लिए तालमेल संघर्ष कमेटी सदस्यों ने विभिन्न जत्थेबंदियों के सहयोग से मंगलवार को स्थानीय सिविल अस्पताल के बाहर अस्पताल प्रभारी व ठेकेदार के खिलाफ लगाए गए धरने के दौरान एक बुजुर्ग धरनाकारी बूटा सिंह (64)...
अबोहर(भारद्वाज): गत माह निकाले गए 4 कर्मचारियों को बहाल करवाने के लिए तालमेल संघर्ष कमेटी सदस्यों ने विभिन्न जत्थेबंदियों के सहयोग से मंगलवार को स्थानीय सिविल अस्पताल के बाहर अस्पताल प्रभारी व ठेकेदार के खिलाफ लगाए गए धरने के दौरान एक बुजुर्ग धरनाकारी बूटा सिंह (64) पुत्र गोङ्क्षबद राम निवासी रतडिय़ां जिला मुक्तसर की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। इसके बाद उक्त धरना शोक सभा में तबदील हो गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान विनोद चौधरी, पुलिस उपकप्तान गुरविंद्र सिंह संघा, थाना प्रभारी परमजीत कुमार मौके पर पहुंचे और अस्पताल के बाहर पुलिस कर्मचारी तैनात करवाते हुए मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु मोर्चरी में रखवाया। उधर घटना का समाचार सुनकर मृतक के परिजन अस्पताल में पहुंचे और विलाप करने लगे, जिस पर धरनाकारियों ने उनका ढांढस बंधवाया।
‘जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा’
उधर पुलिस अधिकारी धरनाकारियों व प्रभारी सहित अन्य डाक्टरों से बातचीत कर इस मामले को सुलझाने का प्रयास करते रहे लेकिन मामला सिरे नहीं चढ़ पाया। इस दौरान धरनाकारियों ने मांग की कि अस्पताल के ठेकेदार द्वारा निकाले गए 4 कर्मचारी तुरंत बहाल किए जाएं और मृतक के परिवार को मुआवजे के अलावा एक पारिवारिक सदस्य को नौकरी दी जाए। इसके अलावा धरनाकारियों ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच हेतु कमेटी गठित करने की मांग की, लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा न्याय न मिलता देख धरनाकारियों ने निर्णय किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक मृतक बूटा सिंह के शव को नहीं उठाया जाएगा।
मामले की गहनता से जांच करवाई जाएगी : एस.डी.एम.
इस दौरान मौके पर पहुंची उपमंडल अधिकारी पूनम सिंह ने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए मृतक के परिजनों से दुख सांझा करते हुए कहा कि इस मामले की गहनता से जांच करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल से ठेकेदार द्वारा हटाए गए कर्मचारियों के मामले की जांच पहले ही तहसीलदार कर रहे हंै।