Edited By Vatika,Updated: 18 Jul, 2018 11:57 AM
जिला फिरोजपुर प्रशासन का करिश्मा देखो, मरी मां का डैथ सर्टीफिकेट देने के लिए पहले 100 चक्कर लगवाए और फिर मरी मां का डैथ सर्टीफिकेट देने की जगह जिंदा बेटे का ही डैथ सर्टीफिकेट बनाकर उसके हाथ में थमा दिया।
फिरोजपुर (कुमार): जिला फिरोजपुर प्रशासन का करिश्मा देखो, मरी मां का डैथ सर्टीफिकेट देने के लिए पहले 100 चक्कर लगवाए और फिर मरी मां का डैथ सर्टीफिकेट देने की जगह जिंदा बेटे का ही डैथ सर्टीफिकेट बनाकर उसके हाथ में थमा दिया।
यह जानकारी देते हुए दविन्द्र सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी खुह कोटियां वाला (सामने गुरु नगर नजदीक दाना मंडी) फिरोजपुर शहर ने बताया कि 26 नवम्बर 2016 को उसकी मां स्वर्ण कौर की मौत हो गई थी और तब वह डैथ सर्टीफिकेट लेने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सका और 30 मई 2017 को उन्होंने सभी कार्रवाई पूरी करके मां का डैथ सर्टीफिकेट लेने के लिए नगर कौंसिल फिरोजपुर शहर के सेवा केन्द्र में फाइल जमा करवाई।
दविन्द्र सिंह ने बताया कि करीब 100 बार अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर लगवाने के बाद आज इस सेवा केन्द्र से उसे जो सर्टीफिकेट मिला है, वह उसकी मरी हुई मां का नहीं, बल्कि उसका खुद का डैथ सर्टीफिकेट मिला है। दविंद्र सिंह ने बताया कि उसे दिए गए सर्टीफिकेट में मृतक के नाम वाले कालम में उसका अपना नाम दविन्द्र सिंह लिखा है और पति वाले कालम में सुखविंद्र कौर और मां वाले कालम में स्वर्ण कौर का नाम लिखा है। उन्होंने कहा कि यह कितनी गैर-जिम्मेदारी वाली कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नर फिरोजपुर को ऐसी बातों की ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।