Edited By Vatika,Updated: 19 Feb, 2019 11:16 AM
फिरोजपुर शहर के प्रीत नगर में एक कोठी वालों से लाखों की रिकवरी करने आए केनरा बैंक के उच्चाधिकारी, परिवार के सदस्यों को, जिनमें बुजुर्ग महिला व बच्चे भी थे, उन्हें घर में बंद करके बाहर से ताला लगाकर चले गए।
फिरोजपुर(कुमार): फिरोजपुर शहर के प्रीत नगर में एक कोठी वालों से लाखों की रिकवरी करने आए केनरा बैंक के उच्चाधिकारी, परिवार के सदस्यों को, जिनमें बुजुर्ग महिला व बच्चे भी थे, उन्हें घर में बंद करके बाहर से ताला लगाकर चले गए।
बैंक की लाखों की रिकवरी की जानी है और बैंक की तरफ से घर की दीवारों पर लिखा गया है कि अंडर प्रोजैशन आफ केनरा बैंक। इस घर में रह रहे परिवार का आपसी विवाद चल रहा है और दूसरी तरफ बैंक ने दिए कर्जे की रिकवरी भी करनी है, मगर प्रश्न यह उठता है कि बैंक रिकवरी करने के लिए एक कानूनी प्रक्रिया होती है और बैंक के पास जमानत के तौर पर रखी गई घर व जमीन जायदाद की कुर्की की जा सकती है।बैंक अदालत के निर्देशानुसार पुलिस फोर्स की मदद लेकर उस घर या जमीन जायदाद पर कानूनी तौर पर कब्जा ले सकता है, मगर क्या एक ऐसी विवादित घर में रहते लोगों को किसी भी बैंक का अधिकारी या स्टाफ बिना पुलिस फोर्स या सरकारी कर्मचारी की मदद लिए बिना उस घर में रहते बुजुर्गों, बच्चों व महिलाओं को घर में बंद करके बाहर से ताला लगा सकते हैं?
गैर-कानूनी तौर पर घंटों तक कैद में रखे गए परिवार ने कहा कि उन्हें नाजायज तौर पर बंद रखने वाले बैंक वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाएंगे।दूसरी ओर केनरा बैंक के अधिकारियों से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने थाना सिटी पुलिस व तहसीलदार फिरोजपुर को साथ लेकर कानून के अनुसार इस कोठी का कब्जा लिया है और पुलिस व तहसीलदार की उपस्थिति में शांतिपूर्ण तरीके से इस परिवार को घर में से बाहर निकालकर कब्जा लिया है। बैंक अधिकारियों ने बताया कि जब घर को ताला लगाया गया था तो उस समय घर में कोई भी मौजूद नहीं था।