Edited By Vatika,Updated: 16 May, 2018 10:58 AM
अबोहर-सीतो गुन्नो मार्ग पर स्थित रेलवे फाटक से टकराने के बाद घायल हुए व्यक्ति को उसके परिजनों द्वारा घर ले जाने के बाद आज सुबह उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने रेलवे पुलिस पर घायल को इलाज के लिए भर्ती करवाने की बजाय पूरी रात चौकी में रखने के कथित...
अबोहर(भारद्वाज): अबोहर-सीतो गुन्नो मार्ग पर स्थित रेलवे फाटक से टकराने के बाद घायल हुए व्यक्ति को उसके परिजनों द्वारा घर ले जाने के बाद आज सुबह उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने रेलवे पुलिस पर घायल को इलाज के लिए भर्ती करवाने की बजाय पूरी रात चौकी में रखने के कथित आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
50 वर्षीय मृतक राज कुमार पुत्र चाचन राम के परिजनों ने बताया कि राज कुमार गत रात्रि मोटरसाइकिल पर अबोहर में अपने रिश्तेदारों से मिलकर वापस अपने गांव पंचकोसी जा रहा था कि जब वह सीतो रोड रेलवे फाटक से गुजर रहा था तो बंद फाटक से टकराने से वह बुरी तरह घायल हो गया। घटना की सूचना मिलने पर नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्यों ने पुलिस की मदद से उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डाक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए फरीदकोट रैफर करने की स्लिप देते हुए फरीदकोट जाने को कहा।
परिजनों ने कथित आरोप लगाया कि रेलवे पुलिस के 2 कर्मचारी रात्रि करीब 1 बजे घायल राज कुमार को फरीदकोट ले जाने की बजाय अपने मोटरसाइकिल पर बैठाकर थाने ले आए और करीब 6 घंटे तक उसे थाने में बैठाए रखा जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। प्रात: सुबह 6 बजे जब वे थाने से राज कुमार को लेकर अपने घर गए तो कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने राज कुमार के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रख रोष जताते हुए कहा कि अगर रेलवे पुलिस ने समय पर राज कुमार को उपचार के लिए भर्ती करवाया होता तो उसकी जान बच सकती थी।