Edited By Vatika,Updated: 21 Aug, 2018 11:57 AM
हिमाचल व पंजाब में हुई बारिशों के चलते पीछे से सतलुज दरिया मेंं पानी छोड़ा गया है, जिस कारण फिरोजपुर सतलुज दरिया के पानी का स्तर बढ़ रहा है और सतलुज दरिया के साथ लगते गांव खुदंड़ गट्टी और कामल वाला आदि मेंं करीब 200 एकड़ जमीन मेंं लगे धान की फसल डूब...
फिरोजपुर(कुमार, मनदीप): हिमाचल व पंजाब में हुई बारिशों के चलते पीछे से सतलुज दरिया मेंं पानी छोड़ा गया है, जिस कारण फिरोजपुर सतलुज दरिया के पानी का स्तर बढ़ रहा है और सतलुज दरिया के साथ लगते गांव खुदंड़ गट्टी और कामल वाला आदि मेंं करीब 200 एकड़ जमीन मेंं लगे धान की फसल डूब गई है।
पीड़ित किसान अमरीक सिंह व अन्यों ने बताया कि सतलुज नदी के ऊपर बने गेट, जो पानी का दबाव कम करते व बढ़ाते हैं, बंद हैं, जिस कारण दरिया का पानी बैक मार रहा है और किसानों के खेतों मेंं प्रवेश कर गया है। किसानों ने मांग की कि पानी आगे निकाला जाए, नहीं तो पीछे से और पानी छोड़े जाने से आस-पास के गांवों मेंं भी सैंकड़ों एकड़ फसल का नुक्सान हो सकता है। किसानों ने पानी आने से नष्ट हुई फसल की स्पैशल गिरदावरी करवाकर पीड़ित किसानों को पानी मेंं डूबी फसल का मुआवजा देने की भी मांग की है।
किसानों ने इस नुक्सान के लिए नहरी विभाग फिरोजपुर के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर नहरी विभाग ने सतलुज दरिया के ऊपर बने फल्ड गेटों को समय पर खोल दिया होता तो उनकी फसल नहीं डूबनी थी। किसानों ने आरोप लगाया कि यह सब नहरी विभाग की लापरवाही का नतीजा है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को यहां 24 घंटे लगातार हाजिर रहना चाहिए।