Edited By bharti,Updated: 06 Nov, 2018 11:52 AM
गांव कोलियांवाली में फोकल प्वाइंट पर 10-12 दिनों से मंडी में पड़ी धान की फसल की खरीद न होने से दुखी किसानों...
मलोट (शांत,जज): गांव कोलियांवाली में फोकल प्वाइंट पर 10-12 दिनों से मंडी में पड़ी धान की फसल की खरीद न होने से दुखी किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अपेक्षित कार्रवाई करने की मांग की। मार्कीट कमेटी मलोट के सचिव ने अपेक्षित कार्रवाई करने का भरोसा देकर और धान की बोली शुरू करवाकर किसानों को शांत किया। पत्रकारों को जानकारी देते हुए गांव कोलियांवाली के किसान बख्शीश सिंह, त्रिलोक सिंह, प्रो. चंचल सिंह कम्बोज, बलविंद्र सिंह, सुरजीत सिंह आदि ने बताया कि वह करीब 10-12 दिनों से धान की फसल मंडी में बेचने के लिए बैठे हैं परन्तु कोई भी अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। जब भी वह आढ़तियों से बात करते हैं तो उनको धान में नमी अधिक होने का बहाना बनाकर 3 से 5 किलोग्राम अधिक धान लेने की बात कही जाती है।
आज स्थिति उस समय तनावपूर्ण बन गई जब कुछ पढ़े-लिखे किसानों ने नरिन्द्र सिंह सरपंच के नेतृत्व में व्यापारियों की नमी चैक करने वाली मशीनों को चैक किया तो वह नमी चैक करने से पहले ही 9 प्वाइंट नमी बता रही थीं। किसानों ने उक्त मशीनों को अपने कब्जे में लेकर एस.डी.एम. मलोट को सूचित किया। एस.डी.एम. के निर्देशों पर मार्कीट कमेटी मलोट के सचिव गुरप्रीत सिंह सिद्धू मौके पर पहुंचे और उन्होंने सरकारी नमी चैक करने वाली मशीन से जब किसानों के धान की नमी चैक की तो 16 से लेकर 18 तक नमी दिखा रही थी। नमी चैक करने के बाद सचिव ने पनग्रेन के इंस्पैक्टर मनदीप सिंह को धान की खरीद करने की हिदायत दी। किसानों का कहना है कि अब देखना यह है कि गलत मशीनें रखने वाले शैलर मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं।