Edited By Vaneet,Updated: 02 Jun, 2018 04:53 PM
1 जून 2015 को फरीदकोट जिले के गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला के मुख्य गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ..
कोटकपूराः 1 जून 2015 को फरीदकोट जिले के गांव बुर्ज जवाहर सिंहवाला के मुख्य गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों की चोरी और उसके बाद बेअदबी की घटनाओं के चलते आंदोलन के दौरान गांव बहबल में हुई फायरिंग में दो युवकों की मौत के मामले में इंसाफ न मिलने पर सिख संगठनों ने शुक्रवार को गांव बरगाड़ी की अनाज मंडी में इक_ करके बड़े संघर्ष का ऐलान किया। इसके साथ ही सरबत खालसा द्वारा मनोनीत श्री अकाल तख्त के कार्यकारी जत्थेदार ध्यान सिंह मंड अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। मंच पर आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा समेत करीब दर्जन भर बड़े नेता भी मौजूद थे।
भाई बलजीत सिंह दादूवाल के संचालन में चले समागम दौरान सिमरनजीत सिंह मान, भाई मोहकम सिंह और भाई बलदेव सिंह सिरसा ने पंजाब सरकार पर इतिहास की पुस्तकों से छेड़छाड़ कर सिखों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। लक्खा सिद्दाना ने इसे राजनीति के तहत सिखों को खत्म करने की साजिश बताया। जसकरन सिंह काहन सिंहवाला, प्रदीप सिंह चांदपुरा, सुखपाल सिंह खैहरा, आप सांसद प्रो. साधू सिंह, विधायक कुलतार सिंह संधवां, दमदमा साहिब से आप विधायक बीबी बलजिंदर कौर, लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस, लोक जनशक्ति पार्टी के किरनजीत सिंह गहरी, प्रो. महिंदर पाल सिंह, बसपा के लाल सिंह, जगदेव सिंह चंगाली, सत्कार कमेटी के सुखविंदर सिंह सिरसा, दमदमी टकसाल के भाई राम सिंह आदि ने भी संबोधित किया।