Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jan, 2018 12:05 PM
40 मुक्तों की धरती श्री मुक्तसर साहिब में माघी मेले की रौनक शुरू हो गई है। पहली माघ होते ही रात को गुरुद्वारा श्री टुट्टी-गंडी साहिब में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के दर्शन किए गए। देश -विदेश से बड़ी संख्या में पहुंची सिख संगत ने गुरुद्वारा साहिब में...
श्री मुक्तसर साहिबः 40 मुक्तों की धरती श्री मुक्तसर साहिब में माघी मेले की रौनक शुरू हो गई है। पहली माघ होते ही रात को गुरुद्वारा श्री टुट्टी-गंडी साहिब में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के दर्शन किए गए। देश -विदेश से बड़ी संख्या में पहुंची सिख संगत ने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका तथा पवित्र सरोवर में स्नान कर सुख शांति की अरदास की।
वहीं संगत ने 40 सिंह की शहादत को याद किया। तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार भाई हरप्रीत सिंह ने माघी मेले पर पहुंची संगत को बधाई दी और सिखी से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। सिख इतिहास में माघी मेले का बड़ा ही महत्व माना जाता है। इस दिन श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने बेदावा लिखकर देने वाले 40 सिंघों का बेदावा फाड़कर उनको आत्म गिलानी से मुक्त किया था।