Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 10:46 AM
पंजाब के फरीदकोट के अधीन पड़ते कोटकपूरा जंकशन के फाटक नंबर 21 और 25 पर जब ट्रेन पहुंचती है तो चालक को खुद ट्रेन से उतर कर फाटक खोलना पड़ता है और फिर गार्ड इस फाटक को बंद करता है। तब जाकर गाड़ी अगले पड़ाव के लिए रवाना होती है। इन सबके कारण लोगों को काफी...
फरीदकोटः पंजाब के फरीदकोट के अधीन पड़ते कोटकपूरा जंक्शन के फाटक नंबर 21 और 25 पर जब ट्रेन पहुंचती है तो चालक को खुद ट्रेन से उतर कर फाटक खोलना पड़ता है और फिर गार्ड इस फाटक को बंद करता है। तब जाकर गाड़ी अगले पड़ाव के लिए रवाना होती है। इन सबके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्टेशन मास्टर हरिनरायण मीणा का कहना है कि स्टाफ की कमी कारण ऐसा हो रहा है। तो वहीं दूसरे तरफ रेलवे के गार्ड का कहना है कि अपनी 23 साल की नौकरी में उसने ऐसा काम पहली बार देखा है। हम एक तरफ बातें तो बुलेट ट्रेन की करते है,परन्तु ऐसे हालात देख कर कहा जा सकता है कि बुलेट ट्रेन का सपना छोड़ कर पहले ऐसे फाटकों को संवारा जाए।