Edited By bharti,Updated: 22 Oct, 2018 11:59 AM
करीब डेढ़ वर्ष गुजर जाने पर भी कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार का राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करने का सपना पूरा नहीं हुआ। उलटा....
मलोट (जुनेजा): करीब डेढ़ वर्ष गुजर जाने पर भी कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार का राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करने का सपना पूरा नहीं हुआ। उलटा विभिन्न विभागों में वर्षों से तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानियां सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी दावों को मुंह चिढ़ा रही हैं। मलोट में खाद्यव सिविल सप्लाई विभाग में कई-कई सालों से तैनात इंस्पैक्टरों की कारगुजारी इसका मुंह बोलता सबूत है। जहां कई इंस्पैक्टर सरकार की स्कीमों को खपतकारों तक पहुंचाने के लिए मामूली कमीशन व कड़ी का काम कर रहे डिपो होल्डरों को परेशान कर रहे हैं, वहीं आम जनता के लिए परेशानी का संयोग बने हुए हैं।
इस संबंधी ऋषिकेश जग्गा ने खाद्यव सिविल सप्लाई विभाग की डायरैक्टर अनंदिता मिश्रा को निजी तौर पर मिलकर की शिकायत में आरोप लगाया है कि विभाग का इंस्पैक्टर पंकज कुमार उनको कथित भ्रष्टाचार कारण परेशान कर रहा है। सरकार द्वारा डिपो होल्डरों को बराबर गेहूं देने के नियम के उलट चहेते डिपो होल्डरों को लाभ दे रहा है और गेहूं देते समय उनको परेशान करता रहता है। इंस्पैक्टर ने उसके डिपो पर लगे 80 कार्ड इसी आधार पर काट कर चहेते डिपुओं पर लगा दिए हैं
उल्लेखनीय है कि यह पंकज कुमार वही इंस्पैक्टर है, जिसके विरुद्ध 2 हफ्ते पहले एक अन्य डिपो होल्डर तनुज कुमार ने जिला खाद्यव सिविल सप्लाई कंट्रोलर को मिलकर भ्रष्टाचार बदले परेशान करने के आरोप लगाए थे। विभाग में आधा दर्जन से अधिक इंस्पैक्टर ऐसे हैं, जो समय-समय पर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं और राजनीतिक सरपरस्ती के बलबूते यहां टिके हैं तथा आपसी गुटबंदी कारण आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। वहीं सरकार का नुक्सान कर रहे हैं, इसलिए 10-10 वर्षों से लगे इन अधिकारियों की बदली करके विभाग में सफाई करनी जरूरी हो गई है। इसकी कथित मनमानियों को लेकर एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि वह चाहते हुए भी इसके विरुद्ध कार्रवाई करने से बेबस हैं।इस मामले संबंधी जब पंकज कुमार के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि वह बैठक में हैं और बाद में बात करेंगे। उन्होंने कहा कि इन डिपो होल्डरों का काम ही शिकायतें करना है और इनके आरोप आधारहीन हैं, जबकि वह अपना काम नियमों अनुसार कर रहा है।