Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Nov, 2019 09:21 AM
भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) की तरफ से तहसील कॉम्पलैक्स में राज्यस्तीय रोष प्रदर्शन कर पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज एफ.आई.आर. रद्द करने की मांग की गई।
जैतो(जिंदल): भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) की तरफ से तहसील कॉम्पलैक्स में राज्यस्तीय रोष प्रदर्शन कर पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज एफ.आई.आर. रद्द करने की मांग की गई। किसान नेताओं ने कहा कि यूनियन पराली को आग न लगाने बदले 9,000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मुआवजा देने की सरकार से मांग करती आ रही है। उन्होंने मांग की कि पंजाब भर में पराली को आग लगाने वाले किसानों की जमीनें पर की गई लाल ऐंटरियां और पुलिस मामले रद्द किए जाएं। प्रदूषण विभाग की तरफ से लगाए जुर्माने खत्म किए जाएं और सरपंचों/पंचों/नम्बरदारों से आग लगाने वाले किसानों की जारी की जा रही पहचान न दी जाए।
इन्हीं मांगों को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने रेलवे स्टेशन जैतो पर जाकर ट्रैक पर बैठकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया और राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काफी देर तक रेल मार्ग ठप्प रहने के बाद जब इसकी सूचना डी.सी. कुमार सौरव को मिली तो वे तुरंत दल बल के साथ रेलवे स्टेशन जैतो पहुंचे और किसनों को आश्वासन दिया कि वे सोमवार को पंजाब सरकार से बात कर इस मामले को सुलझाएंगे। इस मौके पर उनके साथ एस.डी.एम. जैतो मनदीप कौर भी मौजूद थी। आखिर में किसानों ने डी.सी. की बात मानते हुए रेल ट्रैक से अपना धरना उठा लिया। पंजाब किसान यूनियन के प्रधान ने बताया कि किसानों पर दर्ज पर्चे रद्द करवाने के लिए उनका धरना पुलिस स्टेशन जैतो के समक्ष आगे भी जारी रहेगा।