Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 11:26 AM
इस साल शराब नीति के कारण महंगी हुई ठेकों की शराब आम लोगों और शराब पीने के शौकीनों की पहुंच से दूर हो गई है और इसके महंगी होने के कारण घर की निकाली रूड़ी मार्का शराब की गांवों और शहरों में मांग बढ़ी है। इस कारण अब शराब के ठेकों पर भी शाम को रौनक घटने...
फरीदकोट(हाली): इस साल शराब नीति के कारण महंगी हुई ठेकों की शराब आम लोगों और शराब पीने के शौकीनों की पहुंच से दूर हो गई है और इसके महंगी होने के कारण घर की निकाली रूड़ी मार्का शराब की गांवों और शहरों में मांग बढ़ी है। इस कारण अब शराब के ठेकों पर भी शाम को रौनक घटने लगी है। क्षेत्र के पियक्कड़ों में रूड़ी मार्का के प्रति बढ़ते आकर्षण के संदर्भ में अब पुलिस भी पूरी तरह चौकस हो गई है। गत 7 महीनों में मालवा के 8 जिलों में अवैध शराब निकालने के आरोपों के अंतर्गत रिकार्ड तोड़ पर्चे दर्ज हुए हैं। इसके बावजूद अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है।
पंजाब सरकार ने भले ही 12 बोतलों से अधिक शराब रखने वाले मामले को गैर-जमानती अपराध घोषित कर दिया है परन्तु अवैध तरीके से शराब निकाले जाने पर रोक नहीं लग पा रही है। राज्य में सत्ता तबदीली के बाद शराब के भाव गिरने की संभावना थी परन्तु भाव और बढऩे के कारण पियक्कड़ों को कोई राहत नहीं मिली। अवैध शराब की बिक्री पर ज्यादा सख्ती न होने के कारण फिलहाल शराब के शौकीन अस्थायी राहत महसूस कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार ठेकों पर बिकने वाली शराब में 200 से 400 रुपए प्रति बोतल का विस्तार हुआ है। साधारण पियक्कड़ों ने ठेके की शराब से लगभग पूरी तरह तौबा कर ली है। शराब के ठेकेदारों ने शराब की तस्करी रोकने के लिए अपने ठेकों पर बाकायदा ईनामी इश्तिहार लगाए हैं परन्तु इसके बावजूद अवैध शराब की मुखबरी नहीं हो रही।
शराब कारोबारियों ने कहा कि शराब की तस्करी ने कारोबार को पूरी तरह तबाह कर दिया है और ठेकेदारों को इस बार बड़ा आॢथक नुक्सान झेलना पड़ रहा है। ठेकेदारों ने एक मुखबरी का 10 हजार रुपए ईनाम देने का ऐलान किया है परन्तु कोई भी मुखबिर यह ईनाम लेने के लिए आगे नहीं आ रहा। शराब के ठेकेदारों ने रूड़ी मार्का शराब निकाली जाने के कारण पड़ रहे बड़े घाटे को विवाह के सीजन दौरान पूरा करने का लक्ष्य निश्चित किया है। मैरिज पैलेसों में जाने वाली शराब के मूल्य ठेकेदारों ने काफी बढ़ा दिए हैं।विवाह समागमों में कोई विघ्न न पड़े इस डर से लोग भी महंगे मूल्य की शराब विवाहों में इस्तेमाल कर रहे हैं।
घर की निकाली 2 लीटर शराब आम ग्राहक को 400 रुपए में मिल जाती है जबकि ठेकेदार 750 मिली लीटर शराब की बोतल 500 रुपए या इससे अधिक में देते हैं। करीब 2-3 सप्ताह से बर्फी गुड़ की काफी लागत बढ़ी है जो रूड़ी मार्का शराब बनाने के लिए मशहूर है। फरीदकोट के एक गुड़ व्यापारी ने बताया कि दीवाली और नए साल से पहले बर्फी गुड़ की बिक्री में आम दिनों की अपेक्षा 30 से 40 प्रतिशत विस्तार हो गया है। फरीदकोट और इसके आसपास के गांवों के लिए इस गुड़ की बिक्री धड़ाधड़ हो रही है।
क्या कहते हैं एस.एस.पी.
जिला पुलिस प्रमुख डा. नानक सिंह ने कहा कि पुलिस ने अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए पिछले समय दौरान काफी पर्चे दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में विशेष चौकसी बरत रही है ताकि अवैध शराब की तस्करी रोकी जा सके।