Edited By swetha,Updated: 07 Feb, 2019 11:02 AM
गिद्दड़बाहा व आसपास के क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू के साथ हो रही मौतों कारण लोगों में सहम का माहौल पाया जा रहा है। गांव कोटभाई में स्वाइन फ्लू से 72 वर्षीय बुजुर्ग की हुई मौत के साथ क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। सहमे लोग डाक्टरों व अस्पतालों...
गिद्दड़बाहा(संध्या): गिद्दड़बाहा व आसपास के क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू के साथ हो रही मौतों कारण लोगों में सहम का माहौल पाया जा रहा है। गांव कोटभाई में स्वाइन फ्लू से 72 वर्षीय बुजुर्ग की हुई मौत के साथ क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। सहमे लोग डाक्टरों व अस्पतालों की तरफ भाग रहे हैं। मृतक कुलवंत राय शर्मा पुत्र स्व. शिशु राम शर्मा (72) के बड़े बेटे गुरमीत कुमार शर्मा ने ‘पंजाब केसरी’ को जानकारी देते बताया कि 28 जनवरी से उनके पिता की हालत ज्यादा खराब थी। उनको बुखार, सिर दर्द, खांसी और छाती जकड़ी हुई थी। उन्होंने पहले गिद्दड़बाहा के सरकारी अस्पताल में अपने पिता का इलाज करवाया था। उनको बठिंडा रैफर करने के बाद बङ्क्षठडा से फरीदकोट के मैडीकल कालेज में भेज दिया गया था।
प्राइवेट तौर पर ही उनके पिता का लैब टैस्ट करवाया था। स्वाइन फ्लू की पुष्टि होते ही उन्होंने पिता का इलाज कर रहे मैडीकल अफसर को बता दिया था। 5 फरवरी को पिता की मौत के बाद फरीदकोट से कोई मैडीकल टीम गांव कोटभाई तक उनका अंतिम संस्कार करवाने नहीं थी आई। उनकी हिदायतों के अनुसार पारिवारिक सदस्यों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
वहीं स्वाइन फ्लू के कारण मौत का शिकार हुए रत्न लाल पुत्र जसराज के फरीदकोट मैडीकल कॉलेज से आए शव का अंतिम संस्कार सेहत विभाग के अधिकारियों की निगरानी में किया गया। रत्न लाल कई दिनों से मलोट सरकारी अस्पताल से उपचार करवा रहा था, परंतु हालत बिगड़ जाने के कारण उसे फरीदकोट मैडीकल कॉलेज रैफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के संस्कार मौके सेहत विभाग के अधिकारी/कर्मचारी मौके पर पहुंचे। सेहत विभाग के एस.आई. ने बताया कि उन्हें चंडीगढ़ से डिप्टी डायरैक्टर की हिदायत आई थी कि मृतक के संस्कार मौके स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए सभी प्रबंध किए जाएं जिसके लिए उन्होंने पारिवारिक मैंबरों को जरूरी हिदायतें दीं व संस्कार में शामिल हुए सगे संबंधियों व पारिवारिक मैंबरों को मास्क मुहैया करवाएं गए। मरीज के संपर्क में आए लोगों व परिवार के सदस्यों को मैडीसन दी गई।