Edited By Vatika,Updated: 13 Dec, 2018 03:38 PM
मानसा जिले में कल से हो रही बूंदाबांदी से मौसम में आए बदलाव कारण लोग ठिठुरने के लिए मजबूर हो गए हैं। इस बूंदाबांदी के बाद पारा एकदम नीचे आ गया, जिस कारण लोगों को एकदम अपने अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। शाम 6 बजे के बाद तो ठंड कर...
मानसा (मनजीत कौर): मानसा जिले में कल से हो रही बूंदाबांदी से मौसम में आए बदलाव कारण लोग ठिठुरने के लिए मजबूर हो गए हैं। इस बूंदाबांदी के बाद पारा एकदम नीचे आ गया, जिस कारण लोगों को एकदम अपने अपने घरों में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। शाम 6 बजे के बाद तो ठंड कर लोगों की जिंदगी की रफ्तार इतनी थम गई कि शहर में रौणक भी एकदम गायब हो गई।
आने वाले दिनों में हो सकती है और बारिश
दूसरे तरफ मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक 2 दिनों तक अभी और बारिश होने की संभावना है, जिस कारण ठंड ओर बढऩे के संकेत हैं। ठंड पडऩे से हौजरी कारोबारियों, जो पिछले एक महीने से ठंड का इन्तजार कर रहे थे, के काम में भी तेजी आने का अनुमान है। उधर, यदि लगातार दो दिन बारिश पड़ती है तो इससे वृक्षों पर भी निखार आएगा।
क्या कहना है किसानों का
किसान नेता इकबाल सिंह फफड़े ने कहा कि किसान वर्ग पिछले कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हाड़ी की मुख्य फसल गेहूं को किसानों ने अभी पहला पानी लगाना शुरू ही किया है। इस समय हुई बारिश से गेहूं , हरे चारे व अन्य फसलों के लिए भी बारिश फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि नहर बंदी के कारण पिछले कई दिनों से किसानों को अपनी फसल को पानी देने के लिए महंगे भाव का डीजल जलाना पड़ रहा था परन्तु अचानक हुई बूंदाबांदी ने जहां फसलों को कुदरती पानी दिया है वहीं अब इससे फसल का झाड़ बढऩे की उम्मीद भी बंध गई है।
इन बातों का रखें ध्यान
-सड़क पर वाहन धीरे चलाना चाहिए।
-धुंध सुबह व रात के समय ज़्यादा होती है, इसलिए इस दौरान ड्राइविंग से परहेज करना चाहिए।
-हमेशा पार्किंग लाइट्स चालू रखें।
-आगे जा रहे व्हीकल से कुछ दूरी बना कर रखी जाए और आगे निकलने की कोशिश न करें।
-हमेशा एक ही लाइन में वाहन चलाएं।
-ड्राइवर समेत सभी व्हीकल सवार सीट बैल्ट का प्रयोग करें।
-धुंध में यदि सामने कुछ भी न दिखाई दे तो कोई ठोस स्थान देख कर वाहन को खड़ा करके एमरजैंसी लाईटें जगा दो।
-सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं से बचाव रखो।