Edited By Vatika,Updated: 26 Sep, 2018 02:16 PM
उत्तरी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश कारण पंजाब में भी रैड अलर्ट जारी करने से बाढ़ आने की स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से भले ही बड़े स्तर पर प्रबंध किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं परन्तु जिला मानसा के हलका सरदूलगढ़ व हलका बुढलाडा...
मानसा/बरेटा(मित्तल/सिंगला): उत्तरी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश कारण पंजाब में भी रैड अलर्ट जारी करने से बाढ़ आने की स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से भले ही बड़े स्तर पर प्रबंध किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं परन्तु जिला मानसा के हलका सरदूलगढ़ व हलका बुढलाडा में से गुजरते घग्गर व अन्य दरियाओं में हिमाचल प्रदेश के डैमों में से पानी छोडऩे की खबरों कारण लोगों में भारी सहम बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चाहे जिला प्रशासन की तरफ से संभावित बाढ़ को लेकर अलग-अलग तरह के प्रबंध किए जाने के दावे किए जा रहे हैं परन्तु जिले की छोटी-मोटी ड्रेनों की मुकम्मल सफाई बारिश से पहले न होने के कारण पानी निकास के दौर देखने को नहीं मिल रहे हैं जिसका जिम्मेदार विभिन्न पार्टियों के नेताओं और किसानों की तरफ से प्रशासन को बताया जा रहा है। इसी बीच आज चांदपुरा बांध का डी.सी. मानसा ने दौरा किया।
इस संबंधी शिरोमणि अकाली दल बादल जिला मानसा के प्रधान गुरमेल सिंह फफड़े भाईके, हलका बुढलाडा के डा. निशान सिंह, जिला यूथ अकाली दल बादल के प्रधान अवतार सिंह राड़ा, रघवीर सिंह मानसा ने अहमदपुर ड्रेन पर पुल के पास खड़ी जल-बूटी और फसलों में खड़े पानी का जायजा लेते हुए सवाल किया कि यदि सरकार की तरफ से ड्रेनों की सफाई के लिए जरूरी फंड जारी हुए हैं तो मुकम्मल सफाई क्यों नहीं हुई, अगर फंडों की कमी है तो सरकार ने उचित प्रबंध क्यों नहीं किए। गौर हो कि इस क्षेत्र में पहले भी सन 1994 में भीषण बाढ़ आई थी। उन्होंने बताया कि जिले के ड्रेनों के पुलों के पास बड़े स्तर पर जल-बूटी उग जाने के कारण पानी का बहाव रुक रहा है जिससे नुक्सान कहीं भी हो सकता है। इस संबंधी एस.डी.एम. बुढलाडा हरजीत सिंह संधू के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि घग्गर दरिया में अभी पानी का स्तर 5 से 6 फुट है और खतरे वाली कोई बात नहीं।