Edited By Vatika,Updated: 20 Jun, 2018 10:59 AM
गत दिवस गुरुद्वारा सिंह सभा की अध्यक्षता के कब्जे को लेकर कांग्रेसियों व अकालियों में हुए टकराव के बढऩे के आसार पैदा हो गए हैं क्योंकि आज गुरुद्वारा साहिब में अकाली दल बठिंडा के समूह पदाधिकारियों ने प्रैस कांफ्रैंस की और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।...
बठिंडा (अबलू): गत दिवस गुरुद्वारा सिंह सभा की अध्यक्षता के कब्जे को लेकर कांग्रेसियों व अकालियों में हुए टकराव के बढऩे के आसार पैदा हो गए हैं क्योंकि आज गुरुद्वारा साहिब में अकाली दल बठिंडा के समूह पदाधिकारियों ने प्रैस कांफ्रैंस की और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। पूर्व विधायक सरूप सिंगला के नेतृत्व में सिंह सभा के सीनियर उपाध्यक्ष सुखदेव सिंह ने कहा कि गत दिवस जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई और कांग्रेस की शह पर मर्यादा को तोड़कर अध्यक्ष बनाया गया है, उसकी वह सख्त शब्दों में निंदा करते हैं।
उन्होंने बताया कि मर्यादा के अनुसार हर 5 वर्ष बाद चुनाव द्वारा ही अध्यक्ष चुना जाता है और अध्यक्ष अपनी मर्जी से आगे 5 मैंबर बनाता है और फिर 6 मैंबरी कमेटी आगे और मैंबर बनाकर काम चलाती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यक्ष सिंह सभा रजिंद्र सिंह सिद्धू विदेश जाते समय उनको कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे गए थे और बाकायदा इसका प्रस्ताव भी डाला गया है, जिसकी कापी भी उन्होंने पत्रकारों को दी। लेकिन कुछ शरारती लोगों द्वारा एक धार्मिक स्थान की मर्यादा की परवाह न करते हुए धक्के से सिरोपा डालकर गुरमीत सिंह को अध्यक्ष बना दिया गया जो संगत द्वारा मंजूर नहीं किया जाएगा।
पूर्व विधायक सिंगला ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना के पीछे वित्त मंत्री मनप्रीत के साले जो-जो का हाथ है, उसने पर्दे के पीछे रहकर बार एसो. के अध्यक्ष गुरइकबाल सिंह चहल को आगे कर गुरमीत सिंह को अध्यक्ष बनाकर शिरोमणि अकाली दल को चुनौती दी है जो हम स्वीकार करते हैं। पत्रकारों के सवालों के जवाब देते पूर्व विधायक सरूप सिंगला ने चेतावनी देते कहा कि अगर धक्के से अध्यक्ष या उसके साथियों ने कब्जा करने की कोशिश की तो वह पीछे नहीं हटेंगे।इस मौके पर मेयर नगर निगम बलवंत राय नाथ, मास्टर हरमंदर सिंह, राजविंद्र सिंह, निर्मल सिंह संधू, राजू सरां सभी पार्षद, बीबी दविंद्र कौर खालसा शिरोमणि कमेटी सदस्य, रजिन्द्र सिंह मान, हरदीप सिंह पुरी व अन्य अकाली वर्कर मौजूद थे।