Edited By Vatika,Updated: 11 Oct, 2018 11:34 AM
राज्य की कैप्टन सरकार का गरीब व दलित विरोधी चेहरा साफ दिखाई देने लगा है, क्योंकि पंजाब में दलितों को बिजली की 200 यूनिट माफ करने की स्कीम, जो राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही थी, को अप्रत्यक्ष तौर पर छीनने के नाते सबसिडी खत्म करके पंजाब के गरीब व...
मानसा(जस्सल): राज्य की कैप्टन सरकार का गरीब व दलित विरोधी चेहरा साफ दिखाई देने लगा है, क्योंकि पंजाब में दलितों को बिजली की 200 यूनिट माफ करने की स्कीम, जो राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही थी, को अप्रत्यक्ष तौर पर छीनने के नाते सबसिडी खत्म करके पंजाब के गरीब व दलित लोगों पर और आर्थिक बोझ डाल दिया गया है।
इन शब्दों का प्रकटावा पंजाब खेत मदजूर सभा के जिला प्रधान कृष्ण चौहान ने गांव ऊभा में गांव इकाई के वर्करों को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि पंजाब खेत मजदूर सभा के 50 वर्ष पूरे होने पर जत्थेबंदी की तरफ से गोल्डन जुबली मनाई जा रही है, जिस संबंधी नवम्बर में बठिंडा में विशाल इकट्ठ होगा और इस समय गरीब और दलित लोगों की समस्याओं प्रति गंभीरता के साथ विचार करके मनरेगा कर्मियों के लिए पूरा साल काम, कम-से-कम मेहनताना 18000 रुपए प्रति महीना, गरीब और दलितों के लिए 10-10 मरले के प्लाट देने और मकान निर्माण के लिए 3-3 लाख रुपए की ग्रांट जारी करने, 60 साल के हर व्यक्ति के लिए 10,000 रुपए प्रति महीना पैंशन का कानून पास करवाने और सेहत, शिक्षा को लाजिमी व मुफ्त मुहैया करवाने आदि मांगों को लेकर संघर्ष को तेज किया जाएगा।