Edited By Vatika,Updated: 14 Feb, 2019 10:49 AM
गांव मौड़ चढ़त सिंह के फौजी नौजवान संदीप सिंह पुत्र जगतार सिंह, जिसने थाना त्रिकुटा नगर अधीन पड़ते फौज के 213 ट्रांजिट कैंप में डयूटी दौरान ही अपनी लाइसैंसी राइफल से गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी, का आज उसके पुस्तैनी गांव में अंतिम संस्कार कर दिया...
मौड़ मंडी(प्रवीन): गांव मौड़ चढ़त सिंह के फौजी नौजवान संदीप सिंह पुत्र जगतार सिंह, जिसने थाना त्रिकुटा नगर अधीन पड़ते फौज के 213 ट्रांजिट कैंप में डयूटी दौरान ही अपनी लाइसैंसी राइफल से गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी, का आज उसके पुस्तैनी गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया परन्तु फौजी का सरकारी सम्मान के साथ संस्कार न किए जाने पर गांव वासियों ने भारी रोष प्रगट किया। आज जैसे ही फौजी संदीप सिंह की मृतक देह गांव में पहुंची तो गांव में मातम छा गया।
प्रशासन द्वारा मृतक फौजी का सरकारी सम्मान के बिना ही संस्कार कर दिया गया जिस पर गांव वासियों द्वारा भारी रोष प्रगट किया गया। गांव वासियों ने मृतक संदीप सिंह का शव लेकर आए फौजी जवानों के साथ लम्बे समय तक तकरारबाजी भी की। चाहे गांववासियों ने मृतक फौजी का सरकारी सम्मान के साथ संस्कार न करने के लिए फौज के सूबेदार के साथ काफी बहस की परन्तु प्रशासन की सूझबूझ से मृतक देह को लेकर आए फौज के जवान सादे ढंग से संस्कार करवाने में सफल हो गए। चाहे खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल सका पर मृतक संदीप सिंह 10 फरवरी को ही घर से छुट्टी पूरी कर वापस गया था। ड्यूटी समय इस घटना को अंजाम देना कई तरह के संदेह जरूर पैदा करता है।
इस अवसर पर गांव वासी हरजिन्द्र सिंह बग्गी ने कहा कि मृतक फौजी संदीप सिंह गरीब परिवार का एकमात्र पुत्र था। उन्होंने सरकार से मांग की कि मृतक के वारिसों की हर पक्ष से सहायता की जाए। इस मौके नायब तहसीलदार जतिन्द्रपाल, अंग्रेज सिंह सरपंच के अलावा भारी गिनती में गांव वासी मौजूद थे।उधर, फौजी जवान की मृतक देह को लेकर पहुंचे फौज के सूबेदार नरजीत सिंह व हवलदार भूपिन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार के नियमों के अनुसार जो भी पीड़ित परिवार के लिए सहायता बनती होगी वह उन्हें दी जाएगी।