Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Apr, 2018 01:00 PM
गांव जय सिंह वाला में किसान द्वारा जमीन का ठेका न देने पर मालिक के खिलाफ गेहूं की फसल जबरदस्ती काटने के गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि मालिक का कहना है कि फसल किसान व उसके परिवार की सहमति से काटी गई है। किसान द्वारा जमीन के मालिक व गेहूं काटने वाले मशीन...
संगत मंडी(मनजीत): गांव जय सिंह वाला में किसान द्वारा जमीन का ठेका न देने पर मालिक के खिलाफ गेहूं की फसल जबरदस्ती काटने के गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि मालिक का कहना है कि फसल किसान व उसके परिवार की सहमति से काटी गई है। किसान द्वारा जमीन के मालिक व गेहूं काटने वाले मशीन के मालिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए भाकियू एकता (सिद्धूपुर) के नेतृत्व में थाना संगत में शिकायत दर्ज करवाई है।
क्या है मामला?
केवल सिंह पुत्र गुरनंद सिंह ने वेद प्रकाश पुत्र अमित लाल की 6 किल्ले जमीन एक वर्ष के लिए 2 लाख 10 हजार रुपए के हिसाब से ठेके पर ली थी। केवल सिंह ने पहली किश्त 1 लाख 5 हजार रुपए देकर कपास की बिजाई की, जबकि दूसरी किस्त उक्त किसान ने लोहड़ी के समय देनी थी। किसान ने बताया कि घटिया बीज के कारण उसकी कपास की फसल बर्बाद हो गई जिस कारण दूसरी किश्त उसने 80 हजार रुपए किस्तों मेंं उक्त जमीन के मालिक को दे दिए परन्तु जमीन के मालिक ने इन पैसों का कोई जिक्र नहीं किया।
किसान केवल सिंह ने बताया कि प्रकाश पुत्र अमित लाल, अमित लाल पुत्र हरबंस लाल, गुरदीप कुमार पुत्र वेद प्रकाश, ट्रैक्टर चालक अशोक कुमार पुत्र भोला राम, कंबाइन मालिक कबीर सिंह पुत्र जोध सिंह ने जबरदस्ती 3 किल्ले गेहूं काट ली। गेहूं काटने के सदमे के कारण उसकी पत्नी जसवीर कौर को दिल का दौरा पड़ गया। उन्होंने उक्त जमीन मालिक के खिलाफ थाना संगत में लिखित शिकायत कर जमीन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर संगत ब्लाक के कोषाध्यक्ष हरबंस सिंह पक्का कलां, महासचिव जसवीर सिंह नंदगढ़, इकाई अध्यक्ष मंदर सिंह पक्का कलां, उपाध्यक्ष आत्मा सिंह, गांव अध्यक्ष स्वर्ण सिंह नंदगढ़ आदि मौजूद थे।
किसान व उसके परिवार की सहमति से काटी फसल : जमीन मालिक
जमीन मालिक वेद प्रकाश पुत्र अमित लाल का कहना है कि उसने किसान केवल सिंह को अपनी 6 एकड़ जमीन एक वर्ष के लिए 2 लाख 10 हजार रुपए में ठेके पर दी थी। उक्त किसान ने पहली किस्त 1 लाख 5 हजार रुपए देकर कपास की बिजाई की, जबकि दूसरी किस्त किसान ने लोहड़ी के समय देनी थी। जब किसान ने लोहड़ी के समय किस्त न दी तो उसने लिखित में दिया कि गेहूं की फसल आने पर वह 3 एकड़ गेहूं उस को देगा। 3 एकड़ गेहूं उक्त किसान व उसके परिवार की सहमति से काटी है। अब उन्हें बदनाम किया जा रहा है।
क्या कहते हैं यूनियन के जिला अध्यक्ष?
इस संबंधी भाकियू एकता के जिला अध्यक्ष बलदेव सिंह संदोहा ने कहा कि बेशक उक्त जमीन मालिक द्वारा किसान से कितने भी पैसे लिए हों, वह किसान की गेहूं नहीं काट सकता। उक्त जमीन मालिक इस पूरे मामले को पंचायत के ध्यान में भी नहीं लाया। जमीन मालिक द्वारा योजनाबंद तरीके से गेहूं काटी गई, इसलिए जिम्मेवार व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।