Edited By Vaneet,Updated: 11 Oct, 2019 06:07 PM
गांव माइसरखाना के कर्ज से दुखी एक किसान ने रेलगाड़ी के नीचे आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। ....
बठिंडा(परमिंद्र): गांव माइसरखाना के कर्ज से दुखी एक किसान ने रेलगाड़ी के नीचे आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह भी पता चला है कि कर्ज की मार के साथ-साथ उसकी इस बार कपास की फसल भी खराब हो गई थी, जिस कारण वह मानसिक तौर पर परेशान था।
जानकारी के अनुसार गांव माइसरखाना के किसान सुखदीप सिंह (40) पुत्र तेजा सिंह के पास 5 एकड़ जमीन थी और उस पर निजी बैंकों का करीब सवा 5 लाख रुपए का कर्ज था। उसने अपने खेतों में कपास की बिजाई की थी लेकिन फसल उसकी उम्मीद के अनुसार अच्छी नहीं हुई, जिस कारण किसान पिछले कुछ दिनों से मानसिक तौर पर परेशान था।
गत दिन वह अपने खेतों में चक्कर लगाने गया और इसी दौरान उसने गांव यात्री के ओवरब्रिज के नजदीक रेलगाड़ी के नीचे आकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर बठिंडा से सहारा जनसेवा की लाइफ सेविंग ब्रिगेड के सदस्य मौके पर पहुंचे और इसकी जानकारी मौड़ मंडी जी.आर.पी. को दी गई। पुलिस की जांच के बाद संस्था सदस्यों ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल बठिंडा पहुंचाया। पुलिस अगली कार्रवाई कर रही है।