Edited By Vatika,Updated: 06 Nov, 2018 10:49 AM
पंजाब में पिछले कई दिनों से शुद्ध वातावरण न होने के कारण चारों तरफ धुएं के बादल छाए हुए हैं, जिसका मुख्य कारण गांवों में जलाई जा रही धान की पराली है। किसान व सरकारें एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं।
मानसा(मित्तल): पंजाब में पिछले कई दिनों से शुद्ध वातावरण न होने के कारण चारों तरफ धुएं के बादल छाए हुए हैं, जिसका मुख्य कारण गांवों में जलाई जा रही धान की पराली है। किसान व सरकारें एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं।
परन्तु आम जनता इस प्रदूषण के कारण डेंगू जैसी नामुराद बीमारी के कारण महंगे इलाज करवाने के लिए मजबूर हो रही है। इस संबंधी रघुवीर सिंह मानसा और अवतार सिंह राड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से पराली संबंधी जारी की ग्रांटें पंजाब सरकार की तरफ से सही तरीके से न प्रयोग करने कारण किसानों को पराली जलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
इस संबंधी सिविल सर्जन जिला मानसा डा. लाल चंद ठुकराल के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि 2500 से 3000 के करीब मरीजों में से अब तक 650 डेंगू के मरीजों की शिनाख्त हुई है। जिनका इलाज मुफ्त किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को डेंगू के बुखार की शिकायत है तो वह सरकारी अस्पताल मानसा में अपना टैस्ट और इलाज करवा सकता है और दाखिल होने वाले मरीजों के लिए योग्य प्रबंध हैं।