Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2018 04:28 PM
गांवों की जमीनों को अवैध कब्जों से बचाने के लिए और गांवों की रूड़ी वाली जगह को सुंदर पार्कों में तबदील करने का नमूना है जिला बठिंडा के गांव भोखड़ा के 6 बड़े पार्क। वर्ष 2014 से गांव वासियों द्वारा शुरू की गई इस मुहिम ने न सिर्फ गांव को नया व साफ रूप...
बठिंडा(विजय): गांवों की जमीनों को अवैध कब्जों से बचाने के लिए और गांवों की रूड़ी वाली जगह को सुंदर पार्कों में तबदील करने का नमूना है जिला बठिंडा के गांव भोखड़ा के 6 बड़े पार्क। वर्ष 2014 से गांव वासियों द्वारा शुरू की गई इस मुहिम ने न सिर्फ गांव को नया व साफ रूप दिया बल्कि हरियाली में भी वृद्धि की है। जिलाधीश दीपर्वा लाकरा ने बताया कि गांव स्तर पर इस तरह के उपराले जरूर होने चाहिएं ताकि पर्यावरण को साफ व स्वच्छ रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि अन्य गांवों को भी भोखड़ा वासियों से प्रेरित होना चाहिए। जिला पंचायत व विकास अफसर राजिंद्र सिंह जस्सल व ब्लाक पंचायत और विकास अफसर मिस कविता गर्ग ने बताया कि गांव के सरपंच महिंद्र कौर के पुत्र जगमीत सिंह बराड़, नंबरदार बलजिंद्र सिंह गांव के पंचायत सचिव अरविंद गर्ग व अन्य गांव वासियों के यत्नों से ये पार्क बनाए गए हैं। गांव की पंचायत ने अपने फंडों से ही पैसे खर्च कर पार्कों की चारदीवारी इंटरलॉकिंग टाइलें, बैठने के लिए बैंच, पौधे आदि लगाए हैं। गांव के नौजवानों ने मिलकर इन पार्कों के डिजाइन चंडीगढ़ के पार्कों की तर्ज पर तैयार किए हैं। जगमीत सिंह बराड़ ने बताया कि भोखड़ा गांव के पार्क देखने के लिए आस-पास के गांवों के पंचायत सदस्य भी आते हैं और भोखड़ा की पंचायत से इस तरह के पार्क बनाने संबंधी जानकारी लेते हैं।