Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 May, 2018 02:19 PM
समाज में जहां बेटियों के जन्म को लोग बोझ मान रहे हैं, वहीं आज समाज में जागरूकता बढऩे से लोग बेटियों के जन्म पर भी जश्न मनाने लगे हैं ताकि समाज में बेटियों को बेटे के बराबर समझा जाए और उनके जन्म पर भी जश्न हो। जिले के एक गांव में 2 जुड़वां बेटियों के...
मानसा(मित्तल): समाज में जहां बेटियों के जन्म को लोग बोझ मान रहे हैं, वहीं आज समाज में जागरूकता बढऩे से लोग बेटियों के जन्म पर भी जश्न मनाने लगे हैं ताकि समाज में बेटियों को बेटे के बराबर समझा जाए और उनके जन्म पर भी जश्न हो। जिले के एक गांव में 2 जुड़वां बेटियों के जन्म पर घर में जश्न मनाया गया व जन्म के मौके पर गांव में मिठाई बांटी गई।
जानकारी अनुसार गांव तामकोट में गंभीर सिंह के घर 2 जुड़वां बेटियों ने जन्म लिया जिसके चलते परिवार में खुशी बढ़ गई। परिवार द्वारा ननिहाल गांव से पहली बार अपने गांव तामकोट पहुंचने पर बेटियों के स्वागत में मिठाई बांट कर जश्न मनाया गया। जुड़वां लड़कियों की माता कुलवंत कौर ने बताया कि उन्हें खुशी है कि पहली बार उनके घर बेटियों ने जन्म लिया है।
उन्होंने कहा कि उनके दिल की तमन्ना थी कि उनके घर बेटी जन्म ले लेकिन परमात्मा की ऐसी बख्शीश हुई कि उनके घर 2 बेटियों ने एक साथ जन्म लिया है। जुड़वां बेटियों के जन्म पर जश्न मनाने का पता चलते ही अकाली दल (ब) महिला विंग की जिला प्रधान सिमरजीत कौर सिम्मी ने तामकोट पहुंच कर बेटियों व परिवार का सम्मान किया।