Edited By Vatika,Updated: 09 Feb, 2019 12:00 PM
अपने आप को पंजाबी और पंजाबियत की हितैषी कहलवाने वाली शिरोमणि अकाली दल बादल के शासनकाल दौरान पंजाब में 16 हजार प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी भाषा बोलने पर पाबंदी लगी और इसी सरकार अंदर सिख धर्म के श्री गुरु ग्रंथ साहिब की कई बार बेअदबी हुई परंतु आज बादल...
मानसा(मनजीत कौर): अपने आप को पंजाबी और पंजाबियत की हितैषी कहलवाने वाली शिरोमणि अकाली दल बादल के शासनकाल दौरान पंजाब में 16 हजार प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी भाषा बोलने पर पाबंदी लगी और इसी सरकार अंदर सिख धर्म के श्री गुरु ग्रंथ साहिब की कई बार बेअदबी हुई परंतु आज बादल परिवार लोगों को गुमराह करने पर तुला हुआ है, जिसको लोग कभी भी मुंह नहीं लगाएंगे।
इस बात का प्रगटावा पूर्व केंद्रीय मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने नजदीकी गांव अकलिया में अपने बहुत ही करीबी दोस्त मास्टर कौर सिंह व उनके पुत्र कांग्रेस राहुल ब्रिगेड के प्रांतीय सचिव दीपइंद्र सिंह अकलिया के घर बातचीत समय किया। उन्होंने अफसोस प्रकट किया कि पूर्व उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल और उसका रिश्तेदार बिक्रम सिंह मजीठिया गलत राजनीति पर उतर कर असली मुदों की राजनीति करने की जगह लोगों को स्मार्ट फोन की बातों पर राजनीति कर लोगों की बेरोजगारी दूर करने के लिए मांग को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रहे हैं ।