Edited By Vatika,Updated: 17 Feb, 2019 02:31 PM
पंजाब सरकार द्वारा छोटे व सीमांत किसानों को आर्थिक व सामाजिक स्तर पर ऊंचा उठाने के लिए बकरी पालन के धंधे को राज्य में उत्साहित करने हेतु जिला बठिंडा की तलवंडी साबो तहसील को पशु पालन विभाग ने पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर चुना है।
बठिंडा(विजय): पंजाब सरकार द्वारा छोटे व सीमांत किसानों को आर्थिक व सामाजिक स्तर पर ऊंचा उठाने के लिए बकरी पालन के धंधे को राज्य में उत्साहित करने हेतु जिला बठिंडा की तलवंडी साबो तहसील को पशु पालन विभाग ने पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर चुना है।
यह जानकारी बलवीर सिंह सिद्धू पशु पालन, मछली पालन व डेयरी विकास मंत्री ने आज तलवंडी साबो व श्रम विभाग के जागरूकता कैंप का उद्घाटन करने के पश्चात लोगों को संबोधित करते हुए दी।उन्होंने बताया कि इस चालू वित्त वर्ष के दौरान 34.05 लाख रुपए जारी करके पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब, पठानकोट, संगरूर और मानसा में आज से इस काम की शुरूआत कर दी गई है। इस प्रोजैक्ट को लागू करने के लिए 5 वर्षीय प्लान के तहत 313.19 लाख रुपए मंजूर किए गए। इस अवसर पर डा. गुरदीप सिंह प्रोजैक्ट को-आर्डीनेटर मोहाली, मंत्री के सियासी सचिव हरकेश शर्मा मछली कलां भी उपस्थित थे।
गरीबी रेखा के नीचे रहते परिवारों को 3 स्कीमों तहत 1.5 करोड़ की राशि बांटी जाएगी
सिद्धू ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा बच्छियों व हाथ टोका मशीनों की 3 विभिन्न स्कीमों के लिए पंजाब के गरीबी रेखा के नीचे रह रहे 1500 परिवार चुने गए हैं। इन तीनों स्कीमों के तहत इन परिवारों को 1.5 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेमने खरीदने के लिए 500 परिवारों को 10,000 रुपए प्रति परिवार दिए जा रहे हैं। इस राशि से एक परिवार द्वारा 3 मेमने खरीदे जाएंगे। उन्होंने बताया कि बच्छियों की खरीद पर भी गरीबी रेखा से नीचे रह रहे 500 परिवार चुने गए हैं और एक परिवार को एक बच्छी की खरीद के लिए 10,000 रुपए दिए जा रहे हैं। इसी तरह हाथ टोका मशीनों की खरीद के लिए राज्य के गरीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवारों का चुनाव किया गया है। प्रत्येक परिवार को प्रति मशीन 8000 रुपए दिए जा रहे हैं। सिद्धू ने इन तीनों स्कीमों के जिला बठिंडा, मानसा, श्री मुक्तसर साहिब के 23-23 परिवारों को बनती राशि के चैक सौंपे। सिद्धू ने बताया कि परिवारों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए बकरी पालन के लिए 50 लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में बकरियों की गिनती लगभग 3.26 लाख है।