Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 03:33 PM
जिले के गांव गोबिंदपुरा निवासी 70 वर्षीय मिटठू सिंह को कांग्रेस समर्थकों ने इस कदर पीटा कि 5 दिन बाद पी.जी.आई. में उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने पुलिस के थानेदार पर धमकाने के आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई उल्टा उन पर...
बठिंडा (विजय): जिले के गांव गोबिंदपुरा निवासी 70 वर्षीय मिटठू सिंह को कांग्रेस समर्थकों ने इस कदर पीटा कि 5 दिन बाद पी.जी.आई. में उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने पुलिस के थानेदार पर धमकाने के आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई उल्टा उन पर ही मामला दर्ज कर दिया। मृतक के बेटे सतपाल सिंह ने बताया कि 28 फरवरी को मामूली-सी बात पर गांव के ही कुलदीप सिंह व जीत सिंह ने अपने साथियों के साथ उसके पिता पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया था जिससे उनकी खोपड़ी पर काफी गहरा घाव आया था और एक आंख भी चली गई थी जिसे वे तुरंत पी.जी.आई. ले गए थे जहां 4 मार्च को उसकी मौत हो गई। 6 मार्च को उसका अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम दौरान थानेदार लक्ष्मण सिंह ने उन्हें धमकी दी कि आरोपियों पर 302 लगेगी जबकि उन पर 308 लगाई जाएगी। थानेदार का आरोप था कि सतपाल सिंह ने कुलदीप सिंह के सिर पर कुल्हाड़ी से हमला किया जिससे वह बुरी तरह घायल हुआ जो अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है। सतपाल सिंह ने कहा कि वह तो अपने पिता को लेकर अपने बेटे सागर के साथ पी.जी.आई. चला गया था, लौटने पर उसे थानेदार ने धमकाया जबकि उसकी कोई लड़ाई नहीं हुई।
आरोपी विधायक के नजदीकी इसलिए नहीं हुई गिरफ्तारी : पीड़ित
पीड़ित ने आरोप लगाया कि 2014 में आरोपियों ने गांव की ही नाबालिग दलित लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी और वह मौके पर उसका गवाह था। आरोपियों ने 31 मार्च 2014 को उसके घर को आग भी लगा दी थी जिस संबंधी पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी। इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने एक साजिश के तहत उसके पिता पर हमला किया और हत्या कर दी। उसने बताया कि वह पहले तो बादल को वोट देते थे लेकिन इस बार सरपंच के कहने पर कांग्रेस को वोट दिया। आरोपी विधायक के नजदीकी हैं इसीलिए उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। उसने कहा कि उसे खतरा है कि खुलेआम घूम रहे आरोपी उस पर भी हमला कर सकते हैं क्योंकि उन्हें कांग्रेस का संरक्षण प्राप्त है।
यह क्रास केस है, जांच जारी : थानेदार
नथाना थाने में तैनात थानेदार लक्ष्मण सिंह ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह क्रास केस है जिसकी जांच चल रही है। झगड़े दौरान जीत सिंह व कुलदीप सिंह पर मामला दर्ज किया गया था जब मिट्ठू सिंह की मौत हो गई तो पीड़ित परिवार ने इसमें 4 अन्य लोगों को शामिल करवा दिया जिनमें वकील सिंह, गुरजंट सिंह, सरबी कौर व एक अन्य शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है जबकि इसकी जांच जारी है। कुलदीप सिंह अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है और उसके बयान के आधार पर सतपाल सिंह व उसके बेटे सागर सिंह पर भी मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों के बोर्ड ने मृतक का पोस्टमार्टम किया था जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है, रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी व आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में किसी को भी केस से बाहर नहीं निकाला क्योंकि अभी तक जांच भी शुरू नहीं हुई।